भारतीय महिला हॉकी टीम को विश्व कप के पूल-बी के अपने पहले मैच में ओलंपिक चैंपियन मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ 1-1 से ड्रॉ खेलना पड़ा. आखिरी क्षणों में डिफेंस के चरमराने का खामियाजा भारतीय हॉकी टीम को भुगतना पड़ा. अब अगले मैच में भारत का मुकाबला 26 जुलाई को आयरलैंड से होगा.
विश्व रैकिंग में 10वें नंबर पर काबिज भारतीय टीम ने आठ साल बाद टूर्नामेंट के लिए क्वालिफाई किया है. भारत के लिए नेहा गोयल ने 25वें और इंग्लैंड के लिए लिली ओस्ले ने 53वें मिनट में गोल किए. भारतीय मिडफील्डर नमिता टोप्पो का यह 150वां अंतरराष्ट्रीय मैच था, लेकिन वह गोल नहीं कर पाईं.
मुकाबले का पहला क्वार्टर काफी रोमांचक रहा, लेकिन दोनों ही टीमें गोल करने में विफल रहीं. आठवें मिनट में इंग्लैंड को पेनल्टी कॉर्नर मिला और उसकी खिलाड़ी इसमें चूक गई और पहला क्वार्टर गोल रहित रहा.
दूसरे क्वार्टर में 20वें मिनट में इंग्लैंड को एक बार फिर पेनल्टी कॉर्नर मिला और भारतीय गोलकीपर सविता ने शानदार बचाव किया. सविता ने 22वें मिनट में मिले पेनल्टी कॉर्नर को भी विफल कर दिया और इंग्लैंड को बढ़त लेने से वंचित रखा.
भारतीय टीम ने दूसरा क्वार्टर समाप्त होने से पांच मिनट पहले ही 25वें मिनट में काउंटर अटैक किया और नेहा गोयल के मैदानी गोल से 1-0 की बढ़त हासिल कर ली. हालांकि इंग्लैंड ने इस पर रिव्यू लिया जिसे खारिज कर दिया गया.
हाफ टाइम तक 1-0 की बढ़त लेने के बाद भारत ने दूसरे हाफ में भी बेहतरीन खेल जारी रखा. इंग्लैंड की एलेक्स डेसन के पास तीसरे क्वार्टर में बराबरी हासिल करने का मौका था, लेकिन भारतीय रक्षापंक्ति और गोलकीपर सविता ने बखूबी बचाव कर मेजबान टीम को बराबरी हासिल नहीं करने दिया.
चौथे और आखिरी क्वार्टर के शुरू होने के बाद 48वें मिनट में इंग्लैंड को पेनल्टी कॉर्नर मिला और सविता ने इस बार भी इसका बचाव कर मेजबान टीम को बढ़त लेने से वंचित रखा.
इंग्लैंड को इसके बाद 53वें मिनट में भी पेनल्टी कॉर्नर नसीब हुआ और इस बार उसने कोई गलती नहीं की तथा बराबरी हासिल कर ली. इंग्लैंड के लिए यह गोल लिली ओस्ले ने किया. मैच में इसके बाद और कोई गोल नहीं हो सका और मुकाबला 1-1 से ड्रॉ रहा.