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MC Mary Kom: बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ शुरू होने जा रही जांच, एमसी मेरीकॉम करेंगी निगरानी समिति की अगुवाई

कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के खिलाफ खिलाड़ियों के प्रोटेस्ट के बाद सरकार ने पांच सदस्यीय निगरानी समिति का गठन किया था. ये समिति डब्ल्यूएफआई के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करने करने जा रही है. अब पता चला है कि दिग्गज मुक्केबाज एमसी मेरीकॉम इस निगरानी समिति की अध्यक्षता करेंगी.

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एमसी मेरीकॉम
एमसी मेरीकॉम

भारतीय खेल जगत में इस समय सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. पिछले दिनों भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ करीब 30 पहलवानों ने मोर्चा खोल दिया था. रेसलर्स ने बृजभूषण के खिलाफ कई संगीन आरोप लगाए थे. केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी खिलाड़ियों के साथ मीटिंग की थी जिसके बाद सरकार ने पांच सदस्यीय निगरानी समिति का गठन किया गया था.

ये निगरानी समिति बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करने के अलावा एक महीने तक के लिए डब्ल्यूएफआई के रोजमर्रा के काम को भी देखने जा रही है. अब पता चला है कि दिग्गज मुक्केबाज एमसी मेरीकॉम भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष लिए गठित पांच सदस्य निगरानी समिति की अध्यक्षता करेंगी.

पैनल में ये सदस्य भी शामिल

पैनल के अन्य सदस्यों में ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त, पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी और मिशन ओलंपिक सेल की सदस्य तृप्ति मुरगुंडे, टॉप्स के पूर्व सीईओ राजगोपालन और भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के पूर्व कार्यकारी निदेशक (टीम) राधिका श्रीमन शामिल हैं. विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और रवि दहिया सहित देश के चोटी के पहलवानों के डब्ल्यूएफआई और शरण के खिलाफ तीन दिन तक चले धरने के बाद ठाकुर ने शनिवार को समिति गठित करने का फैसला किया था.

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कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 की गोल्ड मेडलिस्ट रेसलर विनेश फोगट ने आरोप लगाया था कि बृजभूषण शरण सिंह सालों से महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न कर रहे हैं. हालांकि बृजभूषण शरण सिंह ने इस आरोप का खंडन किया था. वैसे यह पहली बार नहीं है कि जब कोच या फेडरेशन से जुड़े अधिकारियों पर खिलाड़ियों की ओर से ऐसे आरोप लगाए गए हों. पहले भी भारतीय खेल जगत में कई मामले आ चुके हैं.

भारतीय कुश्ती संघ ने दिया था जवाब

भारतीय कुश्ती महासंघ ने शनिवार को अपने खिलाफ लगे आरोपों पर खेल मंत्रालय को जवाब भेजा था. फेडरेशन ने भारतीय पहलवानों द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को खारिज कर दिया था, यौन उत्पीड़न का आरोप भी शामिल है. डब्ल्यूएफआई ने खेल मंत्रालय को अपने जवाब में कहा, 'डब्ल्यूएफआई का प्रबंधन उसके संविधान के अनुसार एक निर्वाचित निकाय द्वारा किया जाता है. व्यक्तिगत रूप से अध्यक्ष सहित किसी के अन्य के द्वारा डब्ल्यूएफआई में मनमानी और कुप्रबंधन की कोई गुंजाइश नहीं है. WFI ने मौजूदा अध्यक्ष के तहत हमेशा पहलवानों के सर्वोत्तम हितों को ध्यान में रखते हुए कार्य किया है. WFI ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुश्ती की छवि को बढ़ाया है.'


 

 

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