विजय हजारे ट्रॉफी में रोहित शर्मा और विराट कोहली की लंबे समय से प्रतीक्षित वापसी यादगार रही. बुधवार को दोनों दिग्गजों ने अपने-अपने मुकाबलों में शानदार शतकीय पारियां खेलकर यह साबित कर दिया कि व्हाइट बॉल क्रिकेट में वे आज भी सबसे अलग स्तर पर खड़े हैं. जयपुर में रोहित शर्मा ने सिक्किम के खिलाफ 94 गेंदों में 155 रन की विस्फोटक पारी खेलते हुए मुंबई को 237 रन के लक्ष्य तक आसानी से पहुंचा दिया. वहीं, बेंगलुरु में विराट कोहली ने आंध्र प्रदेश के खिलाफ 101 गेंदों में 131 रन ठोककर दिल्ली की जीत की नींव रखी. दोनों बल्लेबाज़ों ने यह सब कुछ इस कदर सहजता से किया कि मुकाबला एकतरफा नजर आया.
जाग उठा घरेलू क्रिकेट
पिछले कुछ दिनों से दिग्गजों के घरेलू क्रिकेट खेलने को लेकर बीसीसीआई ने सख्त रुख अपनाया हुआ है. बीसीसीआई चाहता है कि इंटरनेशनल खेलने वाले प्लेयर भी घरेलू क्रिकेट खेलें. ताकि वो फॉर्म में रहें और इससे घरेलू क्रिकेट को भी फायदा हुआ.
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ऐसे में जब विजय हजारे टूर्नामेंट शुरू हुआ तो पहला ही दिन बीसीसीआई और सुपरस्टार खिलाड़ियों के लिए फायदे का सौदा रहा. बोर्ड को घरेलू क्रिकेट के लिए जबरदस्त दर्शक और चर्चा मिली, जबकि रोहित और कोहली को न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी वनडे सीरीज से पहले बहुमूल्य मैच अभ्यास मिल गया.

करीब 10 महीने पहले जब दोनों ने घरेलू रेड-बॉल क्रिकेट में वापसी की थी, तब उन्हें संघर्ष करना पड़ा था और उसके कुछ समय बाद ही उनके टेस्ट करियर का अंत हो गया. लेकिन वनडे और लिस्ट-ए क्रिकेट में तस्वीर बिल्कुल अलग है. यहां रोहित और कोहली अब भी उसी दबदबे के साथ खेलते नजर आते हैं.
जयपुर में हिटमैन का शो
जयपुर में सवाई मानसिंह स्टेडियम में मौजूद हजारों दर्शक पहले तो सिक्किम की बल्लेबाज़ी को इसलिए समर्थन दे रहे थे ताकि लक्ष्य बड़ा बने और उन्हें रोहित को ज्यादा देर तक बल्लेबाज़ी करते देखने का मौका मिले. जब मुंबई ने सिक्किम को 236 रन पर रोक दिया, तब रोहित ने अपेक्षाकृत अनुभवहीन गेंदबाज़ी आक्रमण के खिलाफ पूरी आज़ादी के साथ बल्लेबाज़ी की.
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रोहित ने अपनी पारी की शुरुआत ही शानदार पुल शॉट से की और फिर 2023 विश्व कप वाला निडर, आक्रामक रूप दिखाया. युवा अंगकृष रघुवंशी के साथ 141 रनों की ओपनिंग साझेदारी ने स्टेडियम को उत्सव में बदल दिया. “मुंबई चा राजा” से लेकर “दाल बाटी चूरमा, रोहित शर्मा सूरमा” तक, नारे लगातार गूंजते रहे.
62 गेंदों में शतक और 91 गेंदों में 150 रन पूरे करने के बाद रोहित ने बस हल्के से बल्ला उठाकर अभिवादन किया. आखिरकार वह 155 रन बनाकर आउट हुए, लेकिन तब तक मुंबई का काम पूरा हो चुका था.
बेंगलुरु में कोहली का जलवा
बेंगलुरु में विराट कोहली का प्रदर्शन भी उतना ही प्रभावशाली रहा, हालांकि दुर्भाग्य से यह मैच दर्शकों के बिना खेला गया. बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में खेले गए इस मुकाबले में कोहली ने 299 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए एक बार फिर ‘चेज़ मास्टर’ की भूमिका निभाई.
दिल्ली का एक विकेट जल्दी गिरने के बाद कोहली नंबर तीन पर आए और पारी को पूरी तरह संभाल लिया. उन्होंने युवा प्रियांश आर्य के साथ अहम साझेदारी की और रन चेज़ को कभी दबाव में नहीं आने दिया. पुल, कट, फ्लिक और उनके ट्रेडमार्क सीधे ड्राइव- सब कुछ देखने को मिला.
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कोहली ने 39 गेंदों में अर्धशतक और 83 गेंदों में शतक पूरा किया. जश्न सादा था, लेकिन संदेश साफ- काम पूरी तरह नियंत्रण में था.
रो-को के नाम रहा पहला दिन
विजय हजारे ट्रॉफी का यह पहला दिन पूरी तरह ‘रो-को शो’ के नाम रहा. जयपुर में रोहित का जलवा देखने वाले खुद को खुशकिस्मत मान रहे थे, जबकि कोहली की क्लास बेंगलुरु में लगभग बिना दर्शकों के सामने दिखी.