क्रिकेट इतिहास में 5 अप्रैल का दिन बेहद खास है. 33 साल पहले यानी साल 1991 में इसी दिन ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज स्टीव वॉ और मार्क वॉ एक साथ पहली बार टेस्ट क्रिकेट खेलने उतरे. तब टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार किसी जुड़वां को एक साथ खेलते देखा गया. यह टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया के वेस्टइंडीज दौर के दौरान पोर्ट ऑफ स्पेन में खेला गया था. स्टीव और मार्क ने 108 टेस्ट मैच साथ-साथ खेले. ओडीआई की बात करें तो स्टीव और मार्क ने 214 मैचों में ऑस्ट्रेलिया का एक साथ प्रतिनिधित्व किया.
मार्क से सिर्फ चार मिनट बड़े हैं स्टीव वॉ
2 जून 1965 को जन्मे स्टीव वॉ और मार्क वॉ के बीच उम्र में सिर्फ चार मिनट का अंतर था. स्टीव ने दिसंबर 1985 में ही भारत के खिलाफ टेस्ट डेब्यू कर लिया था, मगर छोटे भाई मार्क ने उनसे पांच साल बाद टेस्ट क्रिकेट में कदम रखा. जनवरी 1991 में मार्क को स्टीव की जगह ही टेस्ट टीम में चुना गया. मार्क ने ऑस्ट्रेलियाई टीम में चुने जाने का जश्न शतक जड़कर मनाया. एशेज सीरीज के दौरान मार्क ने एडिलेड के मैदान पर 138 रनों की पारी खेलकर टीम में अपनी जगह पक्की की थी. तीन महीने बाद ही स्टीव वॉ की भी टेस्ट टीम में वापसी हुई. इसके साथ ही 5 अप्रैल 1991 का दिन ऐतिहासिक बन गया.
...जब स्टीव ने दी भाई के चयन की खबर
दरअसल, स्टीव वॉ के टेस्ट टीम में चुने जाने के बाद मार्क वॉ भी अपना खेल निखारने में जुट गए थे. एक दिन स्टीव और मार्क के माता-पिता आपस में बातें कर रहे थे, 'मार्क अब अच्छा खेलने लगा है. पता नहीं, वह दिन कब आएगा जब मार्क भी अपने देश की तरफ से टेस्ट खेलेगा.' तभी स्टीव ने अंदर प्रवेश किया. उन्होंने उनकी बातें सुन ली थीं. वह मुस्कराते हुए बोले, 'आपकी बात सच हो गई है. अगले एशेज टेस्ट के लिए मार्क का चयन हो गया है.'

इसी बीच स्टीव वॉ की मां ने उनसे पूछा, 'बेटा, मार्क के लिए चयनकर्ताओं ने किसे टीम से ड्रॉप किया? स्टीव ने बड़े आराम से जवाब दिया, 'मुझे.' इसके बाद तो स्टीव को उनके माता-पिता एकटक देखते रह गए. मार्क वॉ ने तुरंत स्टीव को गले से लगा लिया और बोले- काश! तेरे जैसा भाई सबके पास हो.
स्टीव-मार्क के कुछ अनजाने फैक्ट्स
♦ स्टीव वॉ और मार्क वॉ टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले पहले जुड़वां रहे. फिर न्यूजीलैंड के जुड़वां हामिश मार्शल और जेम्स मार्शल ने भी एक साथ टेस्ट क्रिकेट खेला. हामिश और जेम्स मार्च 2005 में (ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ) टेस्ट क्रिकेट में साथ-साथ मैदान पर उतरे.
♦ साल 1987 में ऑस्ट्रेलिया ने एलन बॉर्डर की कप्तानी में पहली बार क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता था. उस टीम में युवा स्टीव के अलावा टॉम मूडी भी शामिल रहे. ऑस्ट्रेलिया ने जब 1999 में दूसरी बार वर्ल्ड कप जीता, तब भी ये दोनों टीम में थे. स्टीव वॉ तो उस वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान भी रहे.
♦ स्टीव वॉ ने अगस्त 1998 में ऑस्ट्रेलिया-ए के खिलाफ एक प्रथम श्रेणी मैच और पांच वन-डे मैचों में आयरलैंड का प्रतिनिधित्व किया. दरअसल, स्टीव वॉ का आयरलैंड दौरा आईसीसी के डेवलपमेंट प्रोग्राम का हिस्सा था.
♦ मार्क वॉ के करियर का वह खराब दौर था, जब 1998 में यह बात सामने आई कि उन्होंने और शेन वॉर्न ने चार साल पहले श्रीलंका दौरे के दौरान भारतीय सटोरिए से पैसे लिए थे.
टेस्ट क्रिकेट में स्टीव-मार्क का प्रदर्शन
स्टीव वॉ: 168 टेस्ट, 260 पारियां, 10927 रन, 200 बेस्ट स्कोर, 51.06 एवरेज, 32 शतक और 50 अर्धशतक
मार्क वॉ: 128 टेस्ट, 209 पारियां, 8029 रन, 153* बेस्ट स्कोर, 41.81 एवरेज, 20 शतक और 47 अर्धशतक
स्टीव-मार्क एक साथ टेस्ट क्रिकेट में (1991-2002)
स्टीव वॉ: 108 मैच, 171 पारियां, 7628 रन, 200 बेस्ट स्कोर, 54.87 एवरेज, 25 शतक और 31 अर्धशतक
मार्क वॉ: 108 मैच, 176 पारियां, 6698 रन, 140 बेस्ट स्कोर, 41.09 एवरेज, 16 शतक और 40 अर्धशतक