scorecardresearch
 

न्यूजीलैंड के खिलाफ ODI सीरीज में मोहम्मद शमी की वापसी कंफर्म? लेकिन BCCI को इस बात का डर...

मोहम्मद शमी एक बार फिर भारतीय चयनकर्ताओं की रडार पर लौट आए हैं. घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन और विकेट लेने की निरंतरता ने उनकी वापसी की संभावनाएं बढ़ा दी हैं. हालांकि फिटनेस अब भी सबसे बड़ा सवाल है, लेकिन न्यूज़ीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज़ या यहां तक कि 2027 वर्ल्ड कप तक शमी की वापसी को पूरी तरह नकारा नहीं जा सकता.

Advertisement
X
टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर के साथ मोहम्मद शमी (Photo: ITG)
टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर के साथ मोहम्मद शमी (Photo: ITG)

पिछले कई महीनों से फिटनेस, फॉर्म और भविष्य को लेकर चल रही अटकलों के बाद 35 वर्षीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी एक बार फिर चर्चा में हैं. अब 2027 वनडे वर्ल्ड कप के लिए उनकी टीम में वापसी हो सकती है. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शमी के घरेलू प्रदर्शन पर बारीक नजर रखी जा रही है. जहां शमी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं.

रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई में मोहम्मद शमी को लेकर प्लानिंग चल रही है. वह चयन की दौड़ से बाहर नहीं हैं. हालांकि, शमी की फिटनेस को लेकर अब भी कुछ मसले हैं. लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि वह न्यूजीलैंड के खिलाफ 11 जनवरी से शुरू हो रही वनडे सीरीज में वापसी कर सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो शमी 2027 वनडे वर्ल्ड कप की प्लानिंग का भी हिस्सा रहेंगे.

लंबे समय से शमी हैं बाहर

यह रुख उस खिलाड़ी के लिए बड़ा बदलाव दर्शाता है, जिसने मार्च 2025 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के बाद से भारत के लिए कोई मुकाबला नहीं खेला है, जबकि उस टूर्नामेंट में उन्होंने 9 विकेट लेकर भारत के संयुक्त रूप से सबसे सफल गेंदबाज़ के रूप में समाप्त किया था. उनका आखिरी वनडे भी उसी प्रतियोगिता में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ था, जबकि उनका पिछला टेस्ट मुकाबला इससे भी पहले जून 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में हुआ था.

Advertisement

यह भी पढ़ें: मोहम्मद शमी ने SMAT में फिर मचाया तूफान, क्या चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर अब देंगे मौका?

घरेलू मैच में शमी का जलवा

शमी का मामला इसलिए ठंडा नहीं पड़ा क्योंकि उनके आंकड़े लगातार चर्चा को ज़िंदा रखे हुए हैं. उन्होंने अपने पिछले छह मैचों में 17 विकेट लिए हैं, जिनमें तीन विजय हज़ारे ट्रॉफी और तीन सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के मैच शामिल हैं. इसके अलावा, मौजूदा रणजी ट्रॉफी सीज़न में उन्होंने सिर्फ चार मैचों में 20 विकेट चटकाए हैं, जिससे साफ है कि उनकी धार अब भी बरकरार है.

कई पूर्व दिग्गजों ने उठाए हैं सवाल

पूर्व भारतीय क्रिकेटरों ने भी शमी को लगातार नजरअंदाज किए जाने पर सवाल उठाए हैं. मोहम्मद कैफ ने सार्वजनिक रूप से हैरानी जताई कि जब सीनियर तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज को आराम दिया गया, तब भी शमी को हालिया वनडे टीमों में जगह नहीं मिली. तेज़ गेंदबाज़ी विभाग में प्रयोग के दौर में शमी की गैरमौजूदगी और ज्यादा खली, खासकर बड़े टूर्नामेंटों में उनके साबित रिकॉर्ड को देखते हुए.

यह भी पढ़ें: 'रोहित-कोहली को टेस्ट से संन्यास के लिए मजबूर किया गया...', पूर्व क्रिकेटर का चौंकाने वाला दावा

यह तनाव इस साल उस वक्त खुलकर सामने आया, जब शमी ने ऑस्ट्रेलिया के व्हाइट-बॉल दौरे के लिए नजरअंदाज किए जाने पर चयन समिति पर सार्वजनिक रूप से तंज कसा. उन्होंने कहा कि अगर वह घरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं, तो चयनकर्ताओं को अपनी फिटनेस की जानकारी देते रहना उनकी जिम्मेदारी नहीं है.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement