IND vs ENG Hyderabad Test: भारतीय टीम और इंग्लैंड के बीच हैदराबाद टेस्ट बेहद रोमांचक रहा. यह दोनों टीमों के बीच 5 मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला रहा. इसमें शुरुआत से ही भारतीय टीम ने अपनी पकड़ बनाई हुई थी. मगर आखिरी पारी में इंग्लैंड ने सारी बाजी ही पलट दी और यह मुकाबला 28 रनों से जीतकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है.
भारत की यह अपने घर में अब तक इतिहास की सबसे शर्मनाक हार है. दरअसल, भारतीय टीम पहली बार अपने घर में पहली पारी में 100 या उससे ज्यादा रनों की बढ़त बनाकर हारी है. इस मैच में भारतीय टीम ने पहली पारी में 190 रनों की बढ़त बनाई थी.
हैदराबाद में पहली बार हारी भारतीय टीम
साथ ही हैदराबाद के इस मैदान पर भारतीय टीम की यह टेस्ट इतिहास में पहली हार है. इस टेस्ट मैच से पहले तक इस मैदान पर भारतीय ने कुल 5 टेस्ट मैच खेले थे, जिसमें से 4 जीते (लगातार) और 1 ड्रॉ (पहला मैच) रहा था. इस तरह हैदराबाद में भारतीय टीम की यह पहली हार है.
मगर इस मैच में फैंस अब तक यह नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर भारतीय टीम से हैदराबाद टेस्ट में गलती कहां हुई, जिस कारण जीता हुआ मैच हाथ से फिसल गया? इसमें बता दें कि सबसे बड़ी गलती भारतीय टीम का ओवरकॉन्फिडेंस ही रहा है.
इस तरह इंग्लैंड टीम को मैच में मिला फायदा
दरअसल, टॉस हारकर सबसे पहले इंग्लैंड टीम ने पहले बैटिंग का फैसला किया, तो भारतीय स्पिनर्स ने अपना कमाल दिखाते हुए उसे 246 रनों पर समेट दिया. इसके बाद बल्लेबाजों ने कमाल दिखाया और पहली पारी में 436 रन बनाते हुए 190 रनों की बढ़त बना ली थी. यहीं से रोहित शर्मा की कप्तानी वाली ब्रिगेड ओवरकॉन्फिडेंस में आ गई.
इसके बाद जब इंग्लैंड टीम दूसरी पारी में बैटिंग करने उतरी, तो उसने भारतीय टीम के इसी ओवरकॉन्फिडेंस का फायदा उठाया और 420 रनों का बड़ा स्कोर बनाते हुए 231 रनों का टारगेट सेट कर दिया. एक समय इंग्लैंड ने 163 रनों पर 5 विकेट गंवा दिए थे. उसके बाद ओली पोप ने बाकी बल्लेबाजों के साथ छोटी-छोटी पार्टनरशिप करते हुए इंग्लैंड को 420 के बड़े स्कोर तक पहुंचाया. साथ ही पोप ने 196 रनों की पारी खेली.
दूसरी पारी में जडेजा और अश्विन की जोड़ी बिल्कुल भी नहीं चली. अश्विन ने 4.34 के इकोनॉमी रेट से 126 रन लुटाते हुए 4 विकेट झटके. जबकि जडेजा ने 3.85 के इकोनॉमी रेट के साथ 131 रन देते हुए 2 विकेट लिए. यह भी भारतीय टीम की हार का एक बड़ा कारण मान सकते हैं.