scorecardresearch
 

महाशिवरात्रि में इस शुभ मुहूर्त में करें शिव पूजन

शिव भगवान ही एकमात्र ऐसे देव हैं जो अपने भक्तों के पूजा-पाठ से जल्द ही प्रसन्न होते हैं. लेकिन यह पूजन वि‍ध‍िवत किया जाना जरूरी है. महाशि‍वरात्रि पर तो इनके पूजन का महत्व और भी बढ़ जाता है...

Advertisement
X
महाशिवरात्रि पर शि‍व पूजन किया जाता है
महाशिवरात्रि पर शि‍व पूजन किया जाता है

शिव पूजा का सबसे बड़ा और पावन दिन महाशि‍वरात्र‍ि को माना गया है. इस शिव मंदिरों में भक्तों का भारी जमावड़ा देखा जा सकता है. सारे देवों में शिव ही ऐसे देव हैं जो अपने भक्‍तों की भक्ति-पूजा से बहुत जल्‍दी ही प्रसन्‍न हो जाते हैं. इस बार 24 फरवरी को महाशि‍वरात्र‍ि मनाई जाएगी.

आइए जानें, महाशि‍वरात्र‍ि के दिन पूजा के शुभ मूहुर्त के बारे में...

महाशिवरात्रि हिन्दुओं के बड़े त्योहार और व्रतों में से एक माना गया है. मान्यता है कि सृष्टि के प्रारंभ में इसी दिन मध्यरात्रि भगवान शंकर का ब्रह्मा से रुद्र के रूप में अवतरण हुआ था. प्रलय की वेला में इसी दिन प्रदोष के समय भगवान शिव तांडव करते हुए ब्रह्मांड को तीसरे नेत्र की ज्वाला से समाप्त कर देते हैं. इसीलिए इसे महाशिवरात्रि कहा गया है.

Advertisement

जानें, कौन सा फूल चढ़ाने से श‍ि‍व जी होते हैं प्रसन्न...

इसके अलावा भारत के कई स्थानों पर यह भी माना जाता है कि इसी दिन भगवान शिव का विवाह हुआ था. वैसे तो हर महीने मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है लेकिन फाल्गुन के महीने की शिवरात्रि को ही महाशिवरात्रि कहते हैं.

दो दिन मनाई जाएगी महाशि‍वरात्र‍ि
वैसे तो महाशि‍वरात्रि 24 फरवरी को पड़ रही है लेकिन त्रयोदशी तिथि पड़ने के कारण महाशिवरात्र‍ि का पूजन इस बार 25 फरवरी को किया जाएगा. 25 फरवरी को शनिवार को चतुर्दशी तिथि रात 9:20 तक रहेगी. इस कारण 24 की रात से 25 फरवरी तक महाशिवरात्र‍ि का पूजन किया जा सकेगा.

रुद्राभिषेक से प्रसन्न होते हैं शि‍व जी, हर मनोकामना कर देंगे पूरी

पूजा और मुहूर्त का समय
निशिथ काल पूजा- 24:08 से 24:59
पारण का समय- 06:54 से 15:24 (25 फरवरी)
चतुर्दशी तिथि आरंभ- 21:38 (24 फरवरी)
चतुर्दशी तिथि समाप्त- 21:20 (25 फरवरी)

घर में है मंदिर तो रखें 9 इन बातों का खास ध्‍यान

Advertisement
Advertisement