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Rajasthan: पत्नी ने ही करवाई थी इंटरनेशनल बाइक रेसर की हत्या, चार साल बाद हुआ खुलासा

बेंगलुरु के इंटरनेशनल बाइक रेसर की हत्या का चार साल बाद खुलासा हुआ है. पुलिस के अनुसार, बाइक रेसर की पत्नी ने ही हत्या की साजिश रची थी. इंटरनेशनल बाइक रेसर अस्बाक मौन साल 2018 में इंडिया बाइक रैली में हिस्सा लेने जैसलमेर आए थे, तभी उनकी मौत हो गई थी. पुलिस की जांच में मामला हत्या का निकला था.

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इंटरनेशनल बाइक रेसर की हत्या का खुलासा. (Representational image)
इंटरनेशनल बाइक रेसर की हत्या का खुलासा. (Representational image)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 2018 में जैसलमेर आए थे इंटरनेशनल बाइक रेसर
  • हत्या के मामले में आरोपी पत्नी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
  • दो आरोपियों को पहले किया जा चुका है गिरफ्तार

राजस्थान के जैसलमेर में 2018 में आयोजित इंडिया बाइक रैली में हिस्सा लेने बेंगलुरु से आए इंटरनेशनल बाइक रेसर अस्बाक मौन की हत्या कर दी गई थी. इस हत्या के आरोप में फरार चल रही अस्बाक मौन की पत्नी सुमेरा परवेज को साइबर सेल की मदद से बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया है. पूर्व में इस मामले में  बेंगलुरु के संजय कुमार और विश्वास एसडी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.

जैसलमेर एसपी भंवर सिंह नाथावत ने बताया कि सुमेरा परवेज मूलतः केरल की निवासी है. इस समय वह बेंगलुरु में रह रही थी. सुमेरा परवेज ने 18 अगस्त 2018 को थाना शाहगढ़ में एक रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसमें उसने बताया कि बाइक रैली में हिस्सा लेने उसके पति अस्बाक मौन अपने दोस्त संजय कुमार, विश्वास और अब्दुल साबिर के साथ जैसलमेर आए थे. 16 अगस्त को रेतीले इलाके में प्रैक्टिस के लिए गए अस्बाक की मौत रेगिस्तान में रास्ता भटकने और भूख प्यास से हो गई. इस शिकायत पर पुलिस ने जांच की.

दूसरी ओर मृतक अस्बाक मौन की मां और भाई ने दुर्घटना में मौत होने पर शक जाहिर कर परिवाद पेश किया. वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टर ने अस्बाक की मौत गर्दन पर वार करने से होना बताया. पुलिस ने जब गहनता से जांच की तो मामला हत्या का पाया गया. घटना के 3 साल बाद 2021 में पुलिस ने वारदात का खुलासा कर मृतक के दो दोस्तों संजय कुमार और विश्वास एसडी को गिरफ्तार कर लिया. वहीं मृतक की पत्नी फरार हो गई थी.

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मृतक की पत्नी सुमेरा परवेज और अब्दुल साबिर के विरुद्ध कोर्ट में 299 सीआरपीसी के तहत आरोप पत्र पेश किया गया, जिनकी तलाश में कई बार टीम भिजवाई गई, मगर सफलता नहीं मिली. एसपी भंवर सिंह ने नई टीम गठित कर साइबर सेल प्रभारी भीमराव सिंह को बेंगलुरु रवाना किया. उन्होंने 13 मई को बेंगलुरु से सुमेरा को गिरफ्तार कर लिया. सुमेरा को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है.

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