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ट्रक ड्राइवर की शातिर बेटी... दो साल तक पुलिस अफसरों को ऐसे बनाती रही बेवकूफ

कहानी राजस्थान की मोना बुगालिया की. एक ट्रक ड्राइवर की बेटी, जिसने फर्जी सब इंस्पेक्टर बनकर असली पुलिस वालों को ही दो साल तक धोखे में रखा. लेकिन एक गलती से उसकी असलियत सामने आ गई. भंडाफोड़ हुआ तो अब फर्जी सब इंस्पेक्टर फरार है. चलिए जानते हैं पूरा किस्सा...

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मोना बुगालिया.
मोना बुगालिया.

वो कहते हैं न कि झूठ का पता आखिरकार लग ही जाता है. बेशक इसमें देर लग जाए. सच सबके सामने कभी न कभी आ ही जाता है. ऐसा ही कुछ हुआ राजस्थान की मोना बुगालिया के साथ. ट्रक ड्राइवर की बेटी मोना पुलिस अधिकारी बनना चाहती थी. लेकिन वो पुलिस भर्ती की परीक्षा पास नहीं कर पाई. अगली परीक्षा के लिए तैयारी करने के बजाय मोना ने ऐसी ट्रिक आजमाई कि पुलिस वाले भी दंग रह गए.

वह इतने शातिराना तरीके से फर्जी थानेदार बनकर सामने आई कि असली पुलिस वाले भी उसे पहचान नहीं पाए. यहां तक कि फर्जी सब-इंस्पेक्टर मोना असली पुलिस अधिकारियों को ही हड़काने लगी. शायद वो कभी पकड़ी भी न जाती, लेकिन खुद की एक गलती से उसका भंडाफोड़ हो गया. आखिर क्या है पूरी कहानी चलिए जानते हैं...

नागौर जिले के निम्बा के बास की रहने वाली मोना बुगालिया सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रही थी. लेकिन उसका चयन नहीं हुआ. तीन साल पहले यानि 2021 में जब परिणाम आया तो मोना ने खुद के सब-इंस्पेक्टर में चयनित होने की झूठी खबर गांव में फैला दी. उधर राजस्थान पुलिस एकेडमी में असली चयनित सब इंस्पेक्टर के बैच 48 की ट्रेनिंग 9 जुलाई 2021 से 4 सितंबर 2022 तक हुई. फिर 5 सितंबर 2022 से 10 सितंबर 2023 तक फील्ड ट्रेनिंग हुई.

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RPA के किसी भी अधिकारी को नहीं हुआ शक

ठीक इसी के आस-पास स्पोर्ट्स कोटे के भी सब इंस्पेक्टर की ट्रेनिंग चल रही थी. फर्जी मोना इतनी शातिर थी की बाकी केंडिडेट्स को गुमराह कर दोनों जगह गलत जानकारियां देकर दो साल तक फर्जी तरीके से पुलिस सेंटर में ट्रेनिंग लेती रही. RPA के किसी भी अधिकारी को मोना पर शक तक नहीं हुआ. मोना आरपीए ट्रेनिंग सेंटर में अलग-अलग बैच के केंडिडेट्स के ट्रेनिंग करने के कंन्फ्यूजन का फायदा उठाकर धौंस जमाने लगी. लेकिन एक दिन सब इंस्पेक्टर के WhatsApp ग्रुप में किसी टॉपिक को लेकर चर्चा हुई तभी मोना ने दूसरे सब इंस्पेक्टर को ट्रेनिंग सेंटर से बाहर निकलवाने की धमकी दे डाली.

एक गलती पड़ गई मोना को भारी

उस सब इंस्पेक्टर ने उच्च स्तर पर मोना की शिकायत कर डाली. जांच पड़ताल हुई तो पता चला कि मोना का दूर-दूर तक नाम तक नहीं था. जबकि, वो थानेदार की वर्दी पर वीआईपी ट्रीटमेंट तक लेने लगी. यही नहीं पूर्व डीजीपी से लेकर वर्तमान एडीजी क्राइम तक के साथ तस्वीरें खिंचवा सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सुर्खियों में आ गई. लेकिन यही झूठी लाइमलाइट अब उसके लिए मुसीबत बन गई है और पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है.

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शास्त्रीनगर थानाधिकारी किशोर सिंह ने बताया कि आरपीए के संचित निरीक्षक रमेशसिंह मीणा ने बीते 29 सितंबर को मोना बुगालिया नाम की युवती के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है. जिसमें बताया गया है कि मोना 11 सितंबर से 23 सितंबर तक सेंडवि‍च कोर्स में फर्जी सब-इंस्पेक्टर बनकर ट्रेनिंग करने आई थी. इसी आरोप में उस पर आईपीसी की धारा 419, 468, 469 व 66DIT ACT और धारा 61 राजस्थान पुलिस एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ है. फिलहाल उसकी तलाश जारी है.

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