राजस्थान के कोटा शहर में बदमाशों के हौसले इतने बुलंद हैं कि अब वे पुलिसकर्मियों पर भी हमला करने से नहीं डर रहे. आरकेपुरम थाना क्षेत्र में चाकूबाजी के आरोपियों को पकड़ने गए दो कांस्टेबलों पर बदमाशों ने चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया. हमले में कांस्टेबल पुष्पेंद्र सिंह के कंधे और पेट में गंभीर चोटें आईं, जबकि कांस्टेबल गोविंदराम के हाथ में गहरे घाव हुए हैं. दोनों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
DSP मनीष शर्मा ने बताया कि 21 अक्टूबर की सुबह राम चौपड़ा और विशाल ने एक युवक पर चाकू से हमला किया था. बुधवार रात करीब 9:30 बजे सूचना मिली कि दोनों आरोपी विवेकानंद नगर इलाके में देखे गए हैं. इस पर आरकेपुरम थाने के कांस्टेबल पुष्पेंद्र सिंह, गोविंदराम और संतोष को मौके पर भेजा गया. जब कांस्टेबल वहां पहुंचे तो आरोपी राम चौपड़ा और विशाल एक अन्य युवक के साथ मौजूद थे.
पुलिसकर्मियों को देखते ही आरोपी बाइक पर भागने लगे. कांस्टेबलों ने पीछा किया. इसी दौरान आरोपी एक गली में बाइक समेत गिर गए और पैदल भागने लगे. कांस्टेबलों ने उन्हें घेरने की कोशिश की, तभी आरोपियों ने चाकू निकालकर हमला कर दिया. पुष्पेंद्र के कंधे में फ्रैक्चर और पेट में गहरा घाव हो गया, जबकि गोविंदराम के हाथ पर वार किया गया. बदमाश भागते वक्त कांस्टेबलों की बाइक भी लेकर फरार हो गए, जो बाद में करीब दो किलोमीटर दूर मिली.
आदतन बदमाश निकले आरोपी
पुलिस जांच में सामने आया कि राम चौपड़ा और विशाल उर्फ नाबालिग दोनों आदतन अपराधी हैं. विशाल पर चाकूबाजी, लूट और मारपीट के 10 से अधिक केस, जबकि राम चौपड़ा पर 5–6 केस दर्ज हैं. पुलिसकर्मी इनकी पृष्ठभूमि जानते थे, लेकिन टीम बिना पर्याप्त तैयारी और बैकअप के पहुंची. जब बदमाशों को घिरते देखा तो उन्होंने सीधे हमला कर दिया.
टीम में शामिल कांस्टेबल प्रताप सिंह ने बताया, ''हमने दूसरी गली से आगे आकर उन्हें घेर लिया था. जैसे ही हम पास पहुंचे, उन्होंने चाकुओं से वार कर दिए. तीसरा कांस्टेबल संतोष कुछ दूर था, उसने तुरंत अधिकारियों को सूचना दी.''
शहर में बढ़ती चाकूबाजी की घटनाएं
कोटा में चाकूबाजी की सबसे अधिक घटनाएं कुन्हाड़ी थाना इलाके (10) में हुई हैं, जबकि गुमानपुरा और उद्योगनगर (9–9), तथा किशोरपुरा, बोरखेड़ा, आरकेपुरम और भीमगंजमंडी (5–5) मामलों में दर्ज हैं.
क्या पुलिस टीम पर्याप्त तैयारी के बिना गई थी?
घटना के बाद यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या आदतन अपराधियों को पकड़ने गई पुलिस टीम को पर्याप्त बैकअप, सुरक्षा उपकरण या हथियारों की अनुमति दी गई थी या नहीं. पुलिस अधिकारियों ने फिलहाल कहा है कि आरोपियों की तलाश जारी है और उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.