अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 25 प्रतिशत टैरिफ और पेनल्टी लगाने के फैसले से गुजरात की अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर पड़ सकता है. गुजरात चेम्बर ऑफ कॉमर्स के पूर्व प्रेसिडेंट शैलेष पटवारी ने बताया कि फार्मा, टेक्सटाइल्स, इंजीनियरिंग, जेम्स एंड ज्वैलरी और केमिकल जैसे प्रमुख उद्योगों पर इसका प्रभाव साफ दिखाई देगा.
पटवारी ने कहा कि इन सभी सेक्टरों को अप्रैल से ही अंदाजा था कि अमेरिका टैरिफ लगाएगा इसलिए सभी इसके लिए तैयार थे. उन्होंने बताया कि टेक्सटाइल्स सेक्टर अमेरिका समेत अन्य देशों को भी निर्यात करता है, लेकिन अमेरिका बड़ा मार्केट है.
गुजरात की अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर
सबसे ज्यादा असर जेम्स एंड ज्वैलरी उद्योग पर होगा, क्योंकि इसका सालाना 10 से 12 बिलियन डॉलर का निर्यात सिर्फ अमेरिका में होता है. हीरा उद्योग पहले से ही मंदी का सामना कर रहा है और पिछले दो साल में हजारों रत्न कलाकारों की नौकरियां जा चुकी हैं. ऐसे में यह फैसला उनके लिए और मुश्किलें खड़ी कर सकता है.
फार्मा उद्योग पर इसका सीधा असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि टैरिफ का बोझ अमेरिकी नागरिकों पर ज्यादा आएगा. दवाओं की कीमतें वहां बढ़ेंगी. केमिकल इंडस्ट्री को चीन से मुकाबला करना होगा, क्योंकि वहां भी टैरिफ लागू हुआ है.
केमिकल इंडस्ट्री को चीन से मुकाबला करना होगा
इंजीनियरिंग और ऑटोमोबाइल सेक्टर भी इससे प्रभावित होंगे. पटवारी ने सरकार से अपील की है कि वह टैरिफ का हल निकाले या फिर सब्सिडी और ईज ऑफ डुईंग बिजनेस पर काम करे. उनका कहना है कि भारतीय उद्योगों ने ऐसे झटकों का पहले भी सामना किया है और इस बार भी सरकार की मदद से इससे उभर सकते हैं.