चुनावी खर्च का विश्लेषण करते हुए, हमने देखा कि 1951-52 के पहले चुनाव में प्रति वोटर खर्च 60 पैसे था, जो 2019 में 72 रुपये हो गया. कोरे कागज से ईवीएम तक, देखिए 1952 से 2024 तक की चुनावी कहानी, शम्स के साथ.