scorecardresearch
 
Advertisement

मैं भाग्य हूं: कभी खत्म नहीं होती अभिलाषा

मैं भाग्य हूं: कभी खत्म नहीं होती अभिलाषा

मैं भाग्य हूं, हर रोज मैं आपको बताता हूं कि आप ही अपने भाग्य के निर्माता हैं, आप खुद ही अपने कर्मों द्वारा अपने भाग्य को अपने लिए सकारात्मक या नकारात्मक बनाते हैं. भाग्य की परिस्थितियों और आपके जीवन की नियति के बारे में मैं रोज आपको कई बातें बताता हूं. आज आपको बताएंगे कि कैसे महत्वकाक्षांए आपको कर्मों से दूर कर देती हैं. देखें- 'मैं भाग्य हूं' का ये पूरा वीडियो.

Advertisement
Advertisement