दिल्ली के विज्ञान भवन में आज समझौते के सूत्र खोजे जा रहे थे. वहां सरकार और आंदोलनकारी किसानों के प्रतिनिधि आमने सामने बैठकर फाइनल फॉर्मूला ढूंढते रहे. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सहित सरकार के 3 मंत्री, किसानों को समझाते रहे. किसानों को प्रेजेंटेशन देते रहे. पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन से किसानों का भरोसा जीतने की कोई गारंटी नहीं दी जा सकती. यानी हालात डेडलॉक वाले हैं और चाबी किसी को मिल नहीं रही. वहीं तमाम मसलों पर क्रांति की मशाल लेकर चलने वाली शेहला राशिद के घर में ही क्रांति हो गई है. शेहला राशिद के पिता ने कहा है कि मेरी बेटी देशविरोधी है. उन्हें लगता है कि उनके घर में राष्ट्रविरोधी गतिविधियां चल रही हैं. शेहला की आर्थिक गतिविधियों की जांच होनी चाहिए. शेहला के पिता ने डीजीपी को चिठ्ठी लिखकर ये सनसनीखेज आरोप लगाए हैं. देखिए खबरदार, श्वेता सिंह के साथ.