चीन के विदेश मंत्री ने भारत का दौरा किया और प्रधानमंत्री से मुलाकात की, जिसके तुरंत बाद वे पाकिस्तान की यात्रा पर गए. इस मुलाकात के कूटनीतिक अर्थ निकाले जा रहे हैं. रक्षा विशेषज्ञ और अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार चीन के इतिहास को देखते हुए भारत को सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं, जिसमें 1962 का युद्ध, डोकलाम विवाद और गलवान घटना शामिल हैं. कश्मीर में मिले चीनी निर्मित ग्रेनेड और उपकरण चीन के पाकिस्तान को समर्थन का संकेत देते हैं.