जहां संसद के शीतकालीन सत्र को दस दिन बीत चुके हैं. लोकसभा-राज्यसभा में औसत 36 प्रतिशत ही काम हुआ. यानी 64 फीसदी वक्त की बर्बादी संसद में अब तक हो चुकी है. लोकसभा में छह दिसंबर तक के आंक़ड़े के मुताबिक 36 घंटे कम काम हुआ है. राज्यसभा 33 घंटे कम चली. ऐसे में सवाल ये कि जनता के मुद्दों कब सुनवाई होगी? देखें दस्तक.