बिहार में मंंत्रालयों का बंटवारा होता है और उसी दिन से सबसे बड़ी बहस भी शुरू हो जाती है कि क्या बिहार में अब बीजेपी ही एनडीए में बड़े भाई की भूमिका में आ गई है. सवाल इसलिए क्योंकि नीतीश कुमार के पास पहली बार गृह विभाग नहीं है और बीजेपी के सम्राट चौधरी के पास इसकी जिम्मेदारी आ गई है. 2005 से लेकर 2025 तक गृह विभाग नीतीश के पास ही था। विपक्ष ने भी सवाल उठा दिया है कि नीतीश अब सिर्फ नाम के लिए ही मुख्यमंत्री रह गए हैं. देखें दंगल.