चार साल के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत आ रहे हैं. अब से थोड़ी देर बाद रूसी राष्ट्रपति पुतिन का विमान दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर उतरने वाला है. भारत-रूस की दोस्ती के नये चैप्टर में 25 साल की गरमाहट लिये हिंदुस्तान पुतिन का इंतजार कर रहा है. भारत-रूस 23वें शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति पुतिन भारत के साथ क्या समझौते करने वाले हैं, ये कल पता चलेगा. लेकिन भारत और रूस के बीच डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग, न्यूक्लियर पावर और स्पेस टेक्नोलॉजी से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेस के क्षेत्र में कुछ बड़े समझौते होने के आसार हैं.
गुजरात में एक कार्यक्रम के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बाबरी मस्जिद के पुनर्निर्माण और जवाहरलाल नेहरू की इस मामले में भूमिका पर कई गंभी सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू बाबरी मस्जिद को दोबारा बनाना चाहते थे, वह भी जनता के पैसे से, लेकिन तत्कालीन गृहमंत्री सरदार पटेल ने नेहरू की इस योजना को सफल नहीं होने दिया. इस बयान के बाद अब इस मामले पर सियासत भी तेज हो गई है. देखें बहस 'दंगल' में.
आज का दंगल संसद में चल रहे पक्ष-विपक्ष के बीच राजनीतिक जोर आजमाइश को लेकर है. दरअसल संसद के शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन था. आज भी संसद में विपक्षी दलों ने अंदर से बाहर तक विरोध प्रदर्शन किया. विपक्ष की मांग थी कि सरकार एसआईआर और वोटचोरी के मुद्दे पर चर्चा कराए. हालांकि सरकार ने साफ कर दिया था कि वो सिर्फ SIR तो नहीं लेकिन व्यापक चुनाव सुधार के मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है. संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने दावा किया है कि अगले मंगलवार यानी 9 दिसंबर को चुनाव सुधारों के मुद्दे पर 10 घंटे की चर्चा संसद में होगी. उससे पहले 8 दिसंबर को वंदे मातरम् के 150 साल पूरे होने पर चर्चा होगी.
आज का दंगल संसद के शीतकालीन सत्र में चल रही राजनीति को लेकर है. संसद का शीतकालीन सत्र आज से 19 दिसंबर तक चलेगा. पहले ही दिन से एसआईआर और वोट चोरी के मुद्दे पर सरकार और विपक्ष आमने सामने है. संसद के दोनों सदनों में मुद्दा जोर शोर से उठा है. हालांकि सत्र की शुरुआत में पीएम मोदी ने विपक्ष के सियासी मुद्दों को ड्रामा करार देते हुए संसद में सकारात्मक सियासत की सीख दी है. पीएम मोदी ने कहा कि बिहार की हार से सबक नहीं लेने वालों को अगर 10 साल तक की रणनीतिक चूक समझ नहीं आ रही तो पीएम मोदी उन्हें टिप्स देने को तैयार हैं.
वंदे मातरम गीत जो स्वतंत्रता संग्राम का प्रतीक है, वर्तमान में राजनीति के केंद्र में है. जमीयत उलेमा हिंद के महमूद मदनी के बयान से विवाद बढ़ा है. बीजेपी ने उनके बयान को भड़काऊ बताया है. संसद सत्र में वंदे मातरम पर चर्चा हो सकती है. राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि इस गीत को लेकर अलग-अलग राय रख रहे हैं कि क्या इसे धार्मिक या राजनीतिक नजरिये से देखा जाना चाहिए. देखें दंगल.
1 दिसंबर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है. सिर्फ 19 दिन का सत्र है. सरकार के 10 बिल तैयार हैं, उनका एजेंडा क्लियर है. कांग्रेस इन दिनों तमाम परेशानियों में घिरी है. एक परेशानी बिहार की हार की है जिसके बाद पार्टी के अंदर से लेकर गठबंधन तक के नेतृत्व पर सवाल खड़े हो रहे हैं. दूसरी परेशानी कर्नाटक की है जहां सीएम पद की कलह में जोर-आजमाइश चल रही है. तीसरी परेशानी इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों की ओर से है. जो कहते हैं कि कांग्रेस की जगह गठबंधन का नेतृत्व दूसरे को करना चाहिए. कांग्रेस के सामने ये सारी चुनौतियां सिर्फ इस वजह से हैं क्योंकि कांग्रेस एक के बाद एक लगातार चुनावी हार झेल रही है.
आज का दंगल बिहार में नई सरकार के योगी मॉडल पर है. क्योंकि बिहार में जब से बीजेपी के हाथ गृह मंत्रालय लगा है. तब से बिहार सरकार के कामकाज और तेवर में बड़ा बदलाव दिख रहा है. और हकीकत की जमीन पर वो बदलाव फिलहाल बुलडोजर की शक्ल में नजर आया है. बिहार के शहर शहर बुलडोजर दौड़ने लगे हैं. बिहार में सड़क किनारे अतिक्रमण से लेकर सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे तक पर आधा दर्जन शहरों में बुलडोजर कार्रवाई की गई है.
ममता बनर्जी ने आज केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि हड़बड़ी में SIR कराकर बीजेपी लोकतंत्र के खिलाफ काम कर रही है. बीएलओ को धमकाया जा रहा है. देश भर में बीएलओ अपनी जान दे रहे हैं. ममता बनर्जी ने कल कहा था कि बीजेपी ने अगर बंगाल में उन्हें परेशान किया तो देश हिला दूंगी. अब ममता बनर्जी ने भविष्यवाणी की है कि केंद्र की सरकार 2029 से पहले गिर जाएगी.
अयोध्या में आज श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण सम्पन्न हो गया. पीएम मोदी, सीएम योगी और संघ प्रमुख की मौजूदगी में 22 फीट लंबा ध्वज श्रीराम मंदिर के शिखर पर स्थापित कर दिया गया. इस मौके को पीएम मोदी ने राष्ट्र की सांस्कृतिक चेतना का उत्कर्ष काल कहा. पीएम मोदी ने कहा कि सदियों की वेदना आज विराम पा रही है और अब राम से राष्ट्र की ओर विकसित भारत के लक्ष्य के साथ चलना है.
देश और दुनिया भर के सिनेमा प्रेमियों की यादों में एक ऐसा सितारा चमक रहा है जो अब इस दुनिया में नहीं रहा. धर्मेंद्र अब नहीं रहे. आज विले पार्ले में उनका पार्थिव शरीर पंचतत्वों में विलीन हो गया. धर्मेंद्र हमारे बीच नहीं रहे लेकिन आज उनकी यादों की बारात निकल रही है. लुधियाना के जट्ट से सिनेमा के ही-मैन तक धर्मेंद्र ने अपने जीवन में जो भी वक्त सार्वजनिक जीवन में गुजारे, उसमें उनकी शख्सियत का एक सबसे बड़ा पहलू उभर कर आता है कि धर्मेंद्र को सबने सच्चा, ईमानदार, नेक और मददगार इंसान के तौर पर देखा है.
बिहार में मंंत्रालयों का बंटवारा होता है और उसी दिन से सबसे बड़ी बहस भी शुरू हो जाती है कि क्या बिहार में अब बीजेपी ही एनडीए में बड़े भाई की भूमिका में आ गई है. सवाल इसलिए क्योंकि नीतीश कुमार के पास पहली बार गृह विभाग नहीं है और बीजेपी के सम्राट चौधरी के पास इसकी जिम्मेदारी आ गई है. 2005 से लेकर 2025 तक गृह विभाग नीतीश के पास ही था। विपक्ष ने भी सवाल उठा दिया है कि नीतीश अब सिर्फ नाम के लिए ही मुख्यमंत्री रह गए हैं. देखें दंगल.
आज का दंगल चुनाव आयोग के SIR को लेकर चल रही राजनीति पर है. इसी राजनीति में अब विरोध के सुर बंगाल से तमिलनाडु तक ऊंचे होते जा रहे हैं. विरोध के कारण तमाम गिनाये जा रहे हैं लेकिन अब एक साथ कांग्रेस, टीएमसी, डीएमके, लेफ्ट सबने ये आवाज उठाना शुरू कर दिया है कि SIR के कारण चुनाव आयोग के कर्मचारियों से लेकर आमलोगों की मानसिक प्रताड़ना हो रही है और लोग खुदकुशी कर रहे हैं.
नीतीश कुमार रिकॉर्ड दसवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. थोड़ी देर पहले उन्हें एनडीए के विधायक दल का नेता चुना गया है. उधर बीजेपी के विधायक दल के नेता सम्राट चौधरी और उपनेता विजय सिन्हा के डिप्टी सीएम पद की शपथ भी तय हो चुकी है. अब नीतीश कुमार की कैबिनेट के स्वरूप और आकार को लेकर चर्चा है. क्या कप्तान की तरह नीतीश की टीम भी वही रहेगी या इस बार नीतीश कुमार अपनी कैबिनेट में फेरबदल करेंगे.
चुनाव आयोग की ओर से वैसे तो देश के 12 प्रदेशों में एसआईआर की प्रक्रिया चलाई जा रही है, लेकिन दोनों चरणों के एसआईआर में सिर्फ पश्चिम बंगाल से ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं जिसमें जाहिर तौर पर अवैध बांग्लादेशी भारत छोड़कर भागते नजर आ रहे हैं. पश्चिम बंगाल के बशीरहाट से ऐसी तस्वीरें आई हैं जहां सैकड़ों की संख्या में मजदूर वर्ग के लोग परिवार समेत सरहद पार करने की कोशिश कर रहे हैं. इस भीड़ में शामिल लोग मान रहे हैं कि वो अवैध तरीके से भारत में रह रहे थे और एसआईआर-एनआरसी के डर से वापस लौट रहे हैं.
आज का दंगल बिहार में चुनाव नतीजों के बाद के राजनीतिक हालात पर है. और हालात ऐसे हैं कि हार के बाद विपक्षी गठबंधन में घर से बाहर तक हाहाकार मचा है. सबसे पहले तेजस्वी यादव ने आज हार पर समीक्षा बैठक बुला ली. उसमें हार की समीक्षा क्या हुई पता नहीं लेकिन तेजस्वी यादव ने खुद को विधायक दल का नेता चुनवा लिया. उधर एनडीए में सरकार गठन की तैयारियां हैं.
बिहार में NDA की धमाकेदार जीत ने महागठबंधन की सियासी जमीन हिला दी है. NDA का आत्मविश्वास बढ़ा है और अब पूरा फोकस अगले चुनावी साल पर है. पीएम मोदी ने रुख साफ कर दिया. बंगाल उनका अगला लक्ष्य है. बिहार की लहर को बंगाल तक ले जाने की तैयारी शुरू हो चुकी है. अगले साल पांच राज्यों में चुनाव होने हैं. बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और पुडुचेरी. पांचों राज्यों की राजनीति अलग, समीकरण अलग, लेकिन दांव बड़ा है.
बिहार में एनडीए की आंधी और महागठबंधन की करारी हार के बाद सियासत बदल गयी है. कल दिल्ली बीजेपी मुख्यालय में जश्न के बीच पीएम मोदी के एक बयान ने बंगाल की सियासत तक हलचल मचा दी है. पीएम मोदी ने बिहार के युवाओं को बधाई देते हुए SIR को देश के लिए जरुरी बताया. पीएम मोदी SIR को लोकतंत्र की सफाई बता रहे हैं. यानी बीजेपी ने बिहार की लहर को अब बंगाल के मैदान तक ले जाने का प्लान शुरू हो चुकी है.
आज का दंगल दिल्ली में 10 नवंबर को हुए भीषण कार बम धमाके को लेकर है. धमाके की जांच में तमाम एजेंसियां जुटी हुई हैं. सरकार ने कल ही माना है कि ये आतंकवादी घटना है और इसके पीछे शामिल राष्ट्रविरोधी लोगों की पहचान की जा रही है. इस बीच धमाके की जांच को लेकर सूत्रों के हवाले से कुछ अपडेट हैं.
दिल्ली के लाल किला और चांदनी चौक के पास हुए एक भीषण कार धमाके में 12 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. इस आतंकी हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी गई है. शुरुआती जांच के तार फरीदाबाद में सक्रिय एक 'डॉक्टर्स टेरर मॉड्यूल' से जुड़ रहे हैं, जिसके पीछे आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ होने का संदेह है.
बिहार चुनाव के अंतिम चरण में सीमांचल की सियासत गरमा गई है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह द्वारा घुसपैठ का मुद्दा प्रमुखता से उठाया जा रहा है. भाजपा नेता अपनी रैलियों में घुसपैठियों को देश से बाहर निकालने का वादा कर रहे हैं, जिसे किशनगंज, कटिहार और अररिया जैसे मुस्लिम बहुल जिलों में वोटों के ध्रुवीकरण की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है.
बिहार में दूसरे चरण के चुनाव प्रचार का शोर थमने के साथ ही अब सभी की निगाहें 11 नवंबर को होने वाले मतदान पर हैं. इस दौरान एनडीए और महागठबंधन, दोनों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी. चुनाव प्रचार के अंतिम दौर में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने हर परिवार को एक सरकारी नौकरी और महिलाओं को सालाना 30,000 रुपये देने का वादा किया, जिसके जवाब में बीजेपी ने 'जंगलराज' की वापसी की चेतावनी दी.