बिहार में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 51,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपने के मुद्दे पर बहस हुई. प्रधानमंत्री ने कहा कि 'बिना पर्ची बिना खर्ची' नौकरियां दी जा रही हैं. मोदी सरकार ने तीन साल से भी कम समय में 10 लाख से ज्यादा युवाओं को सरकारी नौकरी देने का दावा किया है. इस पर बिहार में आगामी चुनावों को लेकर सियासी घमासान छिड़ गया है. बीजेपी और आरजेडी एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं.
सावन का पावन महीना शुरू हो गया है और देशभर में शिवभक्त कांवड़ यात्रा पर निकल पड़े हैं. उत्तर प्रदेश में करीब 4.5 करोड़ से अधिक कांवड़ यात्री विभिन्न सड़क मार्गों से गुजरेंगे.पूरे उत्तर प्रदेश में 840 कांवड़ यात्रा रूट हैं, जो 322 घाटों से पवित्र जल लेकर 12,535 किलोमीटर की यात्रा करते हुए 4556 शिवालयों तक जाते हैं. पिछले तीन दिनों में उत्तर प्रदेश से लेकर उत्तराखंड तक कई ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें कांवड़ियों की सुरक्षित यात्रा और सड़क पर शांति व्यवस्था दोनों पर सवाल उठ रहे हैं.
बिहार में दो हफ्ते से राजनीति चल रही है. तमाम धरना प्रदर्शन, बयानबाजी, चिट्ठी शिकायतों से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक मामला पहुंच गया. कोर्ट में आज चुनाव आयोग की कार्रवाई, जिसे SIR कहा जा रहा है, के खिलाफ सुनवाई हुई. कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं के वकीलों को सुनने के बाद कहा कि इस पूरे मामले की सुनवाई के बाद तीन बातें सामने आई हैं. देखें दंगल.
उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण के खिलाफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. यूपी एटीएस ने छंगुर गैंग का पर्दाफाश करने का दावा किया है. एटीएस का दावा है कि छंगुर बाबा अवैध धर्मांतरण का रैकेट चला रहा था और उसे विदेशों से करीब ₹100 करोड़ की फंडिंग की गई है.
महाराष्ट्र में भाषा के नाम पर राजनीतिक दंगल जारी है. हिंदी और मराठी का यह विवाद अब महाराष्ट्र की सीमा के पार उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड तक पहुँच गया है. महाराष्ट्र में दलों और गठबंधनों की हदें टूट रही हैं. भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री और मंत्री अपनी ही पार्टी के सांसद के बयान का विरोध कर रहे हैं.
बिहार में वोटर लिस्ट में सुधार को लेकर चुनाव आयोग के फैसले पर राजनीतिक दलों में घमासान जारी है. यह मामला अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है और गुरुवार को इस पर सुनवाई होगी. विपक्षी दल, जिनमें राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस शामिल हैं, 9 जुलाई को इस मुद्दे पर बड़ा मोर्चा खोलने की तैयारी में हैं.
एक ओर पटना के गांधी मैदान में गूंज रहा था-'भगवा ए हिंद' का उदघोष. बाबा बागेश्वर की हुंकार में हिंदुओं की एकता का संदेश था तो दूसरी ओर कुछ ही किलोमीटर दूर राबड़ी देवी ताजिए के आगे झुकी हुई नजर आईं. मोहर्रम के मौके पर गंगा-जमुनी तहजीब की तस्वीर दिखती रही. अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या ये सिर्फ संयोग है या सियासी प्रयोग? देखें दंगल.
महाराष्ट्र की राजनीति में 20 साल बाद राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे एक मंच पर साथ आए हैं. यह एकजुटता महाराष्ट्र के स्कूलों में हिंदी भाषा को अनिवार्य किए जाने के सरकार के आदेश के विरोध में हुई. इस घटनाक्रम को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह मराठी अस्मिता का जज्बा है या सियासी मजबूरी? देखें दंगल.
महाराष्ट्र में मराठी भाषा को लेकर बड़ी राजनीतिक हलचल चल रही है. इस मुद्दे पर राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं. BJP का कहना है कि किसी भी तरह के वायलेंस का ना कभी समर्थन किया, ना कभी करेंगे. वहीं, विपक्ष इसे मराठी अस्मिता से जोड़ रहा है. देखें दंगल.
महाराष्ट्र के लातूर जिले के 76 वर्षीय किसान अम्बादास पवार की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें वे अपनी 70 वर्षीय पत्नी के साथ खुद हल खींचते हुए दिखाई दे रहे हैं. अम्बादास पवार के पास साढ़े चार एकड़ खेत है, लेकिन बैलों को चारा खिलाने में असमर्थ होने के कारण उन्होंने 10 साल पहले अपने बैल बेच दिए थे. वे पिछले 10 वर्षों से खुद ही हल खींचकर खेती कर रहे हैं और उन पर 40,000 रुपये का कर्ज है. देखें दंगल.
महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव जातीय आरक्षण और कानून जैसे मुद्दों को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं, जबकि सत्ताधारी एनडीए के भीतर चिराग पासवान की पार्टी और जीतन राम माझी की पार्टी के बीच बयानबाजी तेज हो गई है. जीतन राम माझी ने चिराग पासवान को अनुभवहीन बताया है, जबकि चिराग की पार्टी ने जीतन राम माझी को 'इस्तीफा देकर भागने वाला' करार दिया है. देखें 'दंगल'.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कर्नाटक में मुख्यमंत्री बदलने के सवाल पर कहा कि फैसला हाईकमान के हाथ में है. भारतीय जनता पार्टी ने सवाल उठाया कि जब मल्लिकार्जुन खड़गे खुद पार्टी अध्यक्ष हैं, तो दूसरा हाईकमान कौन है जो कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद का फैसला करेगा. कांग्रेस और भाजपा में 'हाईकमान' की अवधारणा पर चर्चा हुई, जिसमें भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस में यह गांधी परिवार है. देखें 'दंगल'.
बिहार में वक्फ कानून को लेकर राजनीतिक घमासान जारी है. पटना के गांधी मैदान में इमारत-ए-शरिया की रैली में तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी सरकार आने पर इस कानून को कूड़ेदान में फेंक देगी. भाजपा का आरोप है कि यह संविधान का अपमान है और मुस्लिम वोटों के ध्रुवीकरण के लिए शरिया को संविधान से ऊपर रखने की कोशिश है.
बिहार में मतदाता सूची के रिव्यू को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है. एक पक्ष का कहना है कि निर्वाचन आयोग बिहार में गुप्त तरीके से एनआरसी लागू कर रहा है. जो भारत के नागरिक हैं, बिहार के नागरिक हैं, उनके नाम किसी भी हालत में नहीं कटेंगे. वहीं, विपक्ष इसका विरोध कर रहा है. देखें दंगल.
कोलकाता के एक लॉ कॉलेज में 25 जून को एक छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना सामने आई है. इस जघन्य वारदात के बाद बंगाल की राजनीति में उबाल आ गया है, जहां विपक्ष ने सरकार पर कानून व्यवस्था बिगड़ने और अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है. एक बयान में इस घटना को 'स्टेट स्पॉन्सर्ड ब्रूटैलिटी' बताया गया है, जबकि पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई का आश्वासन दिया है.
बिहार में चुनावी हलचल तेज है, जहां चुनाव आयोग की टीम दौरे पर है और वोटर लिस्ट में सुधार की प्रक्रिया जारी है. एक विशेष सर्वे के नतीजे सामने आए हैं, जिसमें मुख्यमंत्री पद के लिए मतदाताओं का मिजाज़ सामने आया है; सर्वे के अनुसार, तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री पद की पहली पसंद बने हुए हैं, हालांकि उनकी अप्रूवल रेटिंग में गिरावट दर्ज की गई है, वहीं नीतीश कुमार की अप्रूवल रेटिंग भी कम है. देखें दंगल.
भारत में आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर कांग्रेस पार्टी ने चुनाव प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाए हैं. राहुल गांधी ने महाराष्ट्र चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है, जिस पर चुनाव आयोग ने विस्तृत जवाब दिया है. बॉम्बे हाई कोर्ट ने भी महाराष्ट्र चुनाव से जुड़ी एक याचिका खारिज कर दी है.
ईरान और इजराइल के बीच युद्धविराम की घोषणा के बावजूद, दोनों देशों द्वारा इसके उल्लंघन की खबरें सामने आई हैं. ईरान ने युद्धविराम को 'स्थगित' बताया है और कहा है कि 'हम दुश्मन के दिए हुए कोई भी वादों पर भरोसा नहीं करते और हम हमारी उंगलियां जो है जो कहते हैं कि गन के ऊपर आमादा है.' देखें 'दंगल'.
अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया है, जिसके बाद ईरान ने जवाबी कार्रवाई की है और इजरायल पर हमले जारी रखे हैं. ईरान ने दुनिया के तेल सप्लाई के अहम रास्ते, हॉर्मुज जलडमरूमध्य को बंद करने की धमकी दी है, जिससे कच्चे तेल की कीमतें बढ़ी हैं और भारतीय रुपये पर भी असर पड़ा है.
अमेरिका ने ईरान के फोर्डो, नतांज और इस्पाहान स्थित परमाणु ठिकानों पर बी-2 बॉम्बर से हमला किया. ईरान के विदेश मंत्री ने इस हमले को ईरान के शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रमों पर 'बर्बर हमला' बताया और कहा कि अब कूटनीति की बात करना गलत होगा. सवाल है कि भीषण होता युद्ध क्या विश्व युद्ध की आहट है. देखें दंगल.
आजतक पर इजरायल-ईरान युद्ध पर भारत के आधिकारिक रुख और जनता की राय पर बड़ा सर्वे दिखाया गया. इस सर्वे में भारतवासियों का मन टटोलने का प्रयास किया गया कि वे किसका पक्ष सही मानते हैं, ईरान का या इजराइल का. दंगल में देखें ईरान-इजरायल युद्ध पर एक्सपर्ट्स की राय.