मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में पिछले 36 घंटों से हो रही बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह से अस्त व्यस्त कर दिया है. शहरी इलाकों की निचली बस्तियों में पानी भर गया है. ग्रामीण इलाकों की हालत बद से बदतर हो गई है. पुल और रपटों के ऊपर से पानी बह रहा है, जिसकी वजह से उनका संपर्क शहर से कट गया है. डिंडौरी में नर्मदा नदी में उफान आ गया है और घाट भी डूब गए हैं.
क्लासरूम के अंदर छाता लेकर पढ़ाई करते छात्र
इस बारिश ने सरकारी स्कूलों के भवनों की पोल खोलकर रख दी है. गोहपारू के भुरसी गांव से एक वीडियो वायरल हुआ है, जहां स्कूल के भवन की छत से पानी टपक रहा है और बच्चे क्लासरूम में छाता लेकर बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि स्कूल का भवन बुरी तरह से जर्जर हो चुका है. कई बार शिकायत के बाद भी प्रशासन की तरफ से इसकी सुध नहीं ली गई.
जनजातीय कार्य विभाग, शहडोल के सहायक आयुक्त आनंद राय सिन्हा ने बताया कि बहुत सारे स्कूल के भवन ऐसे हैं, जो लीक कर रहे हैं. इंजीनियर को भेजा गया है. दो दिन पहले ही निर्देश दिए गए थे कि जर्जर भवनों में बच्चों को न बैठाया जाए. उनका स्वास्थय और सुरक्षा बेहद अहम है. बच्चों की छुट्टी के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन टीचर की कोई छुट्टी नहीं है.
कलेक्टर ने दिए स्कूल बंद करने के आदेश
शहडोल जिले की कलेक्टर वंदना वैद्य का कहना है कि लगातार हो रही बारिश को देखते हुए सभी स्कूलों को बंद करने निर्देश जारी किए गए हैं. साथ ही लोगों से अपील की गई है कि नदी, नालों के पास न जाएं. पानी का बहाव अचानक से तेज हो जाता है, जिसके चलते जान माल का नुकसान हो सकता है. बता दें, अब तक शहडोल में 629 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है. वहीं, पिछले 24 घंटे में 120.9 मिलीमीटर बारिश हुई है. ग्रामीण इलाकों के नाले- नदियां में जबरदस्त पानी बहकर उफान पर है.