11 जून 2025
कलिंग विजय एक भयानक ऐतिहासिक स्मृति है - क्रूरता की पराकाष्ठा, वीभत्सता की अति और विजेता के मन में उपजा अवसाद इस युद्ध का सत्त है. कवि, कलाविद यतीन्द्र मिश्र के 12 साल बाद आए कविता-संग्रह 'बिना कलिंग विजय के' का यही प्रस्थान बिंदु यही है. इस चर्चित संग्रह पर नाटककार, कवि, विनय कुमार की राय