Vitamin D: प्रोटीन, फाइबर के साथ-साथ विटामिन भी हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है, इसलिए बॉडी को सही विटामिन मिलना बेहद जरूरी है. हड्डियों की मजबूती के लिए विटामिन डी सबसे अहम होता है, लेकिन लोगों में इसकी कमी बढ़ रही है. विटामिन डी की कमी के कारण शरीर में कई गंभीर बीमारियां भी जन्म ले रही हैं.
हालांकि प्रदूषण की वजह से दिल्ली-नोएडा जैसे शहरों में लोग पर्याप्त धूप भी नहीं ले पा रहे हैं जो विटामिन डी का सबसे बेहतरीन सोर्स है. खाने और सप्लीमेंट्स के जरिए लोग इसकी कमी पूरी करने की कोशिश करते हैं. सबसे बड़ी मुश्किल यह है कि अधिकतर लोग यह बात नहीं जानते हैं कि विटामिन डी का क्या काम होता है. शारीरिक कार्यों के लिए पावरफुल रेगुलेटर की बजाय इसे आम सप्लीमेंट की तरह ही ट्रीट करते हैं. इसका रिजल्ट यह होता है कि दवा का कोई प्रभाव नहीं होता, पोषक तत्वों का कम अवशोषण और लगातार कमी देखने को मिलती है.
विटामिन डी को लेकर एक अच्छी खबर यह है कि विटामिन डी के लेवल को अनुकूलित किया जा सकता है और इसके पीछे के साइंस को भी समझना भी जरूरी है. दुबई में रहने वाली लाइसेंस प्राप्त फिजियोथेरेपिस्ट और वेलनेस कोच इस्मत खोजा ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है. अपने इस वीडियो में वेलनेस कोच इस्मत खोजा ने विटामिन डी के रोल के बारे में विस्तार से बात की. उन्होंने बताया है कि विटामिन डी सिर्फ एक पोषण तत्व से कहीं ज्यादा है, असल में यह बॉडी में हार्मोन की तरह काम करता है.
विटामिन डी के रोल के साथ फिजियोथेरेपिस्ट ने वीडियो में आगे बताया कि ज्यादातर लोग विटामिन डी लेते समय कहां गलती करते हैं और इसके लेवल को सही मायने में ठीक करने के सबसे बेहतरीन तरीके क्या हैं.
फिजियोथेरेपिस्ट इस्मत के अनुसार, विटामिन डी हमारी बॉडी में हॉर्मोन की तरह काम करता है और ज्यादातर लोग इस चीज के बारे में नहीं जानते हैं. इसी वजह से लोग इसका गलत तरीके से इस्तेमाल करते हैं.
इस्मत के मुताबिक, 'केवल विटामिन डी3 को उसके सहायक तत्वों के बिना लेने से ब्लड में इसका लेवल तो बढ़ सकता है, लेकिन अवशोषण नहीं.यह कैल्शियम को ऐसी जगह पहुंचा सकता है जहां उसे नहीं होना चाहिए.'
विटामिन डी3 सप्लीमेंट को जरूरी पोषक तत्वों के साथ लेना जरूरी होता है, वरना इसका शरीर में कोई खास असर नहीं होता है.
उन्होंने बताया कि अगर सप्लीमेंट लेने के बाद भी उसका लेवल नहीं बढ़ रहा है तो यह लगातार सूजन, आंतों की समस्या और धूप की कमी के कारण हो सकता है.
विटामिन डी लेना हल नहीं है, बल्कि उसे सही तरीके से लेना अहम है. विटामिन डी के लेवल को नेचुरल तरीकों से भी बढ़ाया जा सकता है.
विटामिन डी की कमी होने पर एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें.