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Stomach Pain: पेट में अधिक गैस बनने से हो रहे हैं परेशान? ये हो सकता है कारण

पेट में गैस बनने से कभी कभी भयंकर दर्द भी होता है, जो कि गंभीर लक्षण का संकेत हो सकते हैं जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डीजीज. पेट में गैस बनने के कारण, लक्षण और उपाय आर्टिकल में जानेंगे.

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क्या आपको भी पेट में गैस की समस्या होती है तो जानिए ये लक्षण?
क्या आपको भी पेट में गैस की समस्या होती है तो जानिए ये लक्षण?

Stomach Pain Tips: पेट में गैस बनना बहुत ही आम समस्या मानी जाती है. पेट में गैस बनने से कभी कभी भयंकर दर्द भी होता है जो कि किसी गंभीर बीमारी जैसे- गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिजीज. गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिजीज का भी लक्षण हो सकते हैं. यूनाइटेड मेडिकल डॉक्टर्स और डिग्निटी हेल्थ नॉर्थ्रिज हॉस्पिटल के एमडी, गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट सोहेल सलेम के मुताबिक, अगर आपको पेट से जुड़ी समस्याओं के बारे में पता चल जाता है तो उसका इलाज किया जा सकता है. अगर आपको अक्सर गैस की समस्या होती है तो नीचे बताई हुई समस्या हो सकती है.

आंतों की समस्या

डॉ. सलेम के मुताबिक, आंत की समस्या छोटी या बड़ी आंत में दिखती है. आंतों की समस्या के कई कारण हैं जिनमें क्रोहन डिजीज या अल्सरेटिव कोलाइटिस जैसी आंत में सूजन की स्थिति हो सकती है, फिजिकल ब्लॉकेज, मांसपेशियों में दर्द आदि शामिल है. पाचन तंत्र के माध्यम से कैंसर और अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं.

किसको ये समस्या हो सकती है

डॉ.सलेम कहते हैं, "हर किसी को एक बार तो आंतों की बीमारी होती ही है. कुछ लोगों को तो फूड पोइजनंग भी होती है. जो अक्सर वायरल और फंगस वाले खाने के कारण हो जाती है. कुछ लोगों में आंतों की बीमारियां जैसे क्रोहन डिजीज या अल्सरेटिव कोलाइटिस, सीलिएक रोग (ग्लूटेन एलर्जी) या कोलन कैंसर यानी आंतों में कैंसर भी हो सकता है. पेट की सर्जरी से भी आंतों में दिक्कत हो सकती है. इसके अलावा, अगर लंबे समय से आप ओपियेट्स जैसी दवाओं का सेवन कर रहे हैं तो आंतों में पैरालिलीस जैसी समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं. डायबिटीज जैसी बीमारियां भी आंतों को प्रभावित करती हैं.'
 
आंत की समस्या का निवारण

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डॉ. सलेम बताते हैं, 'सबसे पहले, सुनिश्चित करें कि आप रोज 25 से 30 ग्राम फाइबर खाएं जिससे आपका पाचन तंत्र ठीक रहेगा. साथ ही आपकी आंतें अच्छे से काम करेंगी. इसके साथ ही ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल भी नियंत्रण में रहेगा. कम से कम एंटीबायोटिक दवाएं खाएं क्योंकि इससे आपके आंत में गंभीर इन्फेक्शन हो सकता है. अगर आपके परिवार में किसी को कोलन कैंसर था तो 45 साल या उससे पहले ही कोलन कैंसर की जांच करवा लें.'

आंतों की बीमारियों का असर दैनिक जीवनशैली पर

डॉ सलेम कहते हैं, 'आंतों की बीमारियों का दैनिक जीवनशैली और सेहत पर भी असर पड़ता है. आंतों की समस्याएं ऐसे परेशान करने वाले लक्षण पैदा कर सकती हैं जो दैनिक जीवन पर भी बुरा प्रभाव डालती हैं. आंतों की बीमारियां आपके खाने की आदतों को भी प्रभावित कर सकती हैं जैसे आप क्या खाते हैं, आप कितना खाते हैं, साथ ही आप जो खाना खा रहे हैं उससे आपका शरीर कितना पोषक तत्व डाइजेस्ट कर रहा है.'  

आंतों में सूजन

डॉ. सलेम के अनुसार, 'सूजन आंतों की बीमारी में सबसे आम लक्षण है.आंतें दो प्रकार की होती हैं. छोटी आंत 22 फीट की और बड़ी आंत 5 फीट की होती है. ये डाइजेशन ट्यूब, गैस और गंदगी से भर जाती हैं जिससे आपका पेट में सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसके कई अलग-अलग कारक हैं, जिसमें आंतों की बीमारियां तो शामिल है ही साथ-साथ आहार संबंधी आदतें भी शामिल है.'

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उल्टी और डायरिया

डॉ. सलेम के अनुसार, 'अगर आपकी आंतों में ब्लॉकेज आ रही हैं, यानी आपको न तो खाना पच रहा है और न तो पानी. इसका मतलब है कि आपको उल्टी की दिक्कत हो रही है. आंतों की नली जब सही होती हैं तो वह अच्छे से खाने और पानी को पचाती है, जिससे लिक्लिड भी सोख लेती है. उसके बाद आसानी से सोलिड वेस्ट शरीर से बाहर आ जाता है लेकिन अगर आपकी आंतों में कोई समस्या आ जाए तो यहीं आंतें खाने को दस्त के रूप में बाहर निकालती है.'

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