मान्यता है कि मथुरा के गोकुल में 6000 साल पुराना कदंब का पेड़ अब भी स्थित है. पुराणों के अनुसार, यहीं पर भगवान कृष्णा ने मां यशोदा को अपने मुंह में ही ब्रह्माण्ड के दर्शन कराये थे. ये पेड़ आज भी श्रद्धालुओं के लिए खास महत्त्व रखता है. दिवाली के बाद पड़ने वाले गोवर्धन और भइया दूज के दिन हजारों की संख्या में लोग यहां पर आते है और मन्नते मांगते हैं. यमुना के किनारे खड़े इस पेड़ की श्रदालु कार्तिक पूर्णिमा के दिन नदी में स्नान करने के बाद पूजा करते हैं. ऐसी मान्यता है कि उस समय कदंब के पेड़ ने मां यशोदा के साथ ब्रह्माण्ड के दर्शन करके अमृत्व की प्राप्ति की और इसलिए कलयुग में भी ये पेड़ आस्था का प्रतीक बना खड़ा है. देखें वरुण सिन्हा की ये रिपोर्ट.