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Ajay Choudhary: बाइक पर चलने से दिल्ली में महंगी कोठी तक, 7 साल में कैसे बड़े बिल्डर बने अजय चौधरी?

ACE रिएल एस्टेट ग्रुप के मालिक अजय चौधरी (Ajay Choudhary) के ठिकानों पर आयकर विभाग (Income Tax) ने छापेमारी (Raid) की है. आइए जानते हैं कि अजय चौधरी कौन हैं?

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ACE रिएल एस्टेट ग्रुप के मालिक अजय चौधरी
ACE रिएल एस्टेट ग्रुप के मालिक अजय चौधरी
स्टोरी हाइलाइट्स
  • ACE रियल एस्टेट ग्रुप पर छापेमारी
  • जानिए कौन हैं बिल्डर अजय चौधरी?

देश के जाने-माने बिल्डर और ACE रिएल एस्टेट ग्रुप के मालिक अजय चौधरी (Ajay Choudhary) के ठिकानों पर आयकर विभाग (Income Tax) ने छापेमारी (Raid) की है. दिल्ली, आगरा और नोएडा समेत कई ठिकानों पर मंगलवार सुबह-सुबह आयकर विभाग की टीम पहुंची. 

ACE रिएल एस्टेट के मालिक अजय चौधरी के ठिकानों पर बड़े पैमाने पर छापेमारी की जा रही है. ACE ग्रुप के नोएडा, दिल्ली और आगरा सहित कई शहरों में ठिकानों पर छापेमारी जारी है. अजय चौधरी का नाम नोएडा के बड़े बिल्डरों में गिना जाता है. आयकर विभाग की छापेमारी नोएडा के सेक्टर 126 स्थित दफ्तर में सुबह करीब 8 बजे से चल रही है.

कौन हैं Ajay Choudhary?

नोएडा-ग्रेटर नोएडा के बड़े बिल्डरों में शुमार अजय चौधरी कभी संजू नागर नाम से जाने जाते थे. बताया जा रहा है कि एक समय अजय चौधरी बाइक से चला करते थे. सियासी कृपा बरसी तो साल 2010 से 2017 में जमकर नाम कमाया और देखते ही देखते बड़े बिल्डर बन गए. दिल्ली के पॉश इलाकों में शुमार वसंत विहार में उनकी कोठी है, जहां भी छापे पड़े हैं.

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सूत्र बताते हैं कि अजय चौधरी के ठिकानों पर कुछ महीनों पहले भी आयकर विभाग की छापेमारी पड़ी थी, लेकिन कुछ मिला नहीं था. फिलहाल आयकर विभाग के अफसर नोएडा सेक्टर 126 के ACE ग्रुप के हेड ऑफिस में मौजूद हैं. नोएडा पुलिस भी सुरक्षा के लिए मौजूद है. ACE ग्रुप के कई प्रोजेक्ट नोएडा, एनसीआर में चल रहे हैं.

सपा MLC पर भी पड़ी थी IT रेड

इससे पहले कन्नौज के इत्र कारोबारी और समाजवादी पार्टी (सपा) के विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) पुष्पराज जैन उर्फ पंपी के ठिकानों पर भी आयकर विभाग ने छापेमारी की थी. करीब पांच दिन तक यह छापेमारी कन्नौज, कानपुर, हाथरस, मुंबई समेत कई ठिकानों पर चली थी. अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि आयकर विभाग को क्या मिला?

पीयूष जैन के घर से बरामद हुए थे 197 करोड़ रुपये कैश

इन सब छापेमारी से पहले एक ऐसा छापा पड़ा था, जिसने देश को हिला दिया था. यह छापा पड़ा था कानपुर के कारोबारी पीयूष जैन के घर पर. डीजीजीआई अहमदाबाद की टीम ने पीयूष जैन के घर पर जब छापा मारा, तब अलमारियों में नोट भरे पड़े थे. जब इन नोटों की गिनती शुरू हुई तो सबकी आंखें फटी की फटी रह गई.

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इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर से डीजीजीआई टीम को 197 करोड़ रुपये कैश और करीब 23 किलो सोना मिला था. इसके बाद करोड़ों रुपये के चंदन के तेल मिले थे. डीजीजीआई के इतिहास की यह सबसे बड़ी बरामदगी थी. इसके बाद छापेमारी का दौर शुरू हो गया. कहीं जीएसटी टीम छापेमारी कर रही है तो कहीं आयकर विभाग की टीम.

 

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