उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखनऊ के इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में आंगनवाड़ी कार्यकर्त्री व सहायिका सम्मेलन को सम्बोधित किया. यहां उन्होंने 754 आंगनबाड़ी केन्द्रों का लोकार्पण और शिलान्यास किया. इसमें 169 आंगनबाड़ी केन्द्र का लोकार्पण और 585 आंगनवाड़ी केन्द्रों का शिलान्यास शामिल था.
सीएम योगी ने कोविड-19 के हालातों में आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री/मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्त्री और सहायिकाओं द्वारा किये गए निःस्वार्थ काम के लिये उन्हें 01 अप्रैल, 2020 से 31 मार्च, 2022 (दो वर्ष) तक हर महीने क्रमशः 500 रुपये, 500 रुपये एवं 250 रुपये अलग से अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि दिये जाने की घोषणा की.
उन्होंने कोविड-19 की निगरानी समिति में बेहतर काम करने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्त्रियों- शमा परवीन, कान्ती वर्मा तथा कमलेश यादव को सम्मानित भी किया. इसके अलावा सम्भव अभियान के दौरान अच्छा काम करने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्त्रियों और सहायिकाओं- नूरजहां, सरोजनी देवी, संध्या सिंह, रेखा देवी, नीतू देवी, मिथिलेश कुमारी, लाची देवी, गीता, प्रीति देवी तथा बबिता को सम्मानित किया. कार्यक्रम के दौरान एक लघु फिल्म भी दिखाई गई.
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि साल 2017 से पहले आंगनवाड़ी कार्यकर्त्रियों और सहायिकाओं के बारे में यह माना जाता था कि वह कुछ नहीं करती हैं. आज आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री अपनी कुशलता से उत्तर प्रदेश को एक स्वस्थ और समृद्ध प्रदेश बनाने में अपना योगदान दे रही हैं. कोरोना काल के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया. कोरोना की पहली लहर के समय आप सबने पोषाहार को घर-घर पहुंचाने में खास योगदान दिया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की पहली लहर के दौरान राज्य सरकार द्वारा निगरानी समिति का गठन किया गया था, जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री, आशा बहनें व एएमएन ने राजस्व व पंचायतीराज कर्मियों के साथ मिलकर व्यवस्था बनायी. इससे 40 लाख से अधिक प्रवासी कामगार व श्रमिकों की घर-घर जाकर स्क्रीनिंग कर प्रदेश में सुरक्षित माहौल देने में काफी सफलता मिली. इससे राज्य सरकार को कोरोना की पहली लहर को कंट्रोल करने में काफी सफलता मिली. प्रदेश में दूसरी लहर के दौरान निगरानी समितियों को पुनः सक्रिय किया गया. इन निगरानी समितियों ने ग्राम प्रधान तथा पार्षद के नेतृत्व में डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग का कार्य तथा लक्षण युक्त व्यक्तियों को मेडिसिन किट उपलब्ध कराने के साथ-साथ उन्हें घर पर सुरक्षित माहौल देने का कार्य किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने कोविड नियंत्रण में सबसे अच्छी सफलता प्राप्त की. कोरोना काल के दौरान देश में सबसे अच्छा कोरोना प्रबन्धन का उदाहरण प्रस्तुत करने के लिए उन्होंने चिकित्सकों, हेल्थ वर्कर्स, कोरोना वॉरियर्स तथा फ्रण्टलाइन आशा वर्कर्स, आंगनबाड़ी तथा एएनएम के प्रति आभार जाहिर किया.