
बंगाल के मुख्य सचिव अलपन बंधोपाध्याय के रिटायरमेंट लेने के बाद पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव पद की जिम्मेदारी हरिकृष्ण द्विवेदी को सौंपी गई है. हरिकृष्ण द्विवेदी उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के एक गांव के मूल निवासी हैं. हालांकि वर्तमान में इनके गांव पर इनका कोई रिश्तेदार नहीं रहता है, जबकि इनके माता पिता लखनऊ में रह रहे हैं. बंगाल के मुख्य सचिव बनाए जाने की खबर जैसे ही उनके गृह जनपद के लोगों और गांव के रिश्तेदारों को लगी तो उन लोगों ने उनकी नई जिम्मेदारी पर खुशी जताई.
केंद्र से रस्साकशी के बाद बंगाल के मुख्य सचिव के रिटायरमेंट लेने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 1988 बैच के पश्चिम बंगाल के अपर मुख्य सचिव रहे एचके द्विवेदी को बंगाल का नया मुख्य सचिव बनाया है. नए मुख्य सचिव मूलत उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के शाहबाद तहसील के कुंवर वसीठ गांव के रहने वाले हैं.
असिस्टेंट कमिश्नर के रूप में सेवानिवृत्त हुए आर पी दिवेदी की दो बेटी और दो बेटो में दूसरे नंबर के पुत्र हरिकृष्ण द्विवेदी का लखनऊ विश्वविद्यालय से एमएससी करने के बाद फॉरेन सर्विसेज में चयन हुआ था. जिसमें कुछ दिन काम करने के बाद उनका आईएएस में चयन हुआ.

पश्चिम बंगाल में होम सेक्रेट्री और फाइनेंस सेक्रेट्री जैसे पदभार संभालने वाले हरिकृष्ण द्विवेदी अपर मुख्य सचिव गृह के बाद राज्य के मुख्य सचिव बनाये गए हैं. उनके माता-पिता और बहन लखनऊ में रहते हैं. लखनऊ में रहने वाले परिवार से लेकर हरदोई शहर तक लोगों को जैसे ही उनके बंगाल का मुख्य सचिव बनाए जाने की जानकारी मिली, सभी लोगों ने खुशी जाहिर की है.
बता दें कि चक्रवाती तूफान ‘यास’ पर प्रधानमंत्री की समीक्षा बैठक में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के शामिल न होने और इसके कुछ देर बाद मुख्य सचिव के तबादले को लेकर घमासान जारी है. इस बीच ममता ने बड़ा दांव चला. उन्होंने अलपन बंदोपाध्याय को अपना मुख्य सलाहकार बनाने का ऐलान किया है. मंगलवार से अलपन बंदोपाध्याय मुख्य सलाहकार के तौर पर काम शुरू करेंगे. वहीं, मुख्य सचिव पद की जिम्मेदारी हरिकृष्ण द्विवेदी को सौंपी गई है.
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