
कुछ नया करने की चाह, खुद पर विश्वास ही भविष्य की सोच को बेहतर बनाने को मौका देता है. आमतौर पर कुछ लोग प्रशासन में रहकर काम तो करते हैं, पर क्रांति लाने या बदलाव की बयार की सोच कम लोग ही रखते हैं. ग़ाज़ियाबाद की मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल ने समाज मे फैली कुसंगति और उसके खिलाफ जागरूकता लाने के लिए एक अनूठा प्रयास शुरू किया है. बच्चों को योग शिक्षा, सही और गलत टच, बुरे हालात में या कहीं फंस जाइए, इन सब की जानकारी को जोड़ते हुए एक खेल बनाया है.
इन्होंने लूडो और सांप- सीढ़ी जैसे ही इस गेम में कुछ नए बदलाव के साथ इस जानकारी जोड़ने का एक नया कारनामा कर दिया है. गाजियाबाद की मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल कहती हैं कि आजकल के हालात कई बार दिल को विचलित कर देते हैं. कई बच्चों के साथ दुर्व्यवहार होता है लेकिन वो किसी को बता नहीं सकते हैं. हम इस खेल के जरिये अपने टीचर, अपने दोस्त, परिवार किसी के साथ भी इस मामले की गंभीरता को समझ कर बातें बोल सकते हैं. ताकि उनको सही गलत की जानकारी मिल सके.
इस खेल को सरकारी और प्राइवेट दोनों स्कूलों के लिए तैयार किया गया है. चलिए समझते हैं कि ये गेम खेला कैसे जाएगा और इससे समाज मे फैली कुसंगति के खिलाफ बच्चो को जानकारी कैसे दी जाएगी? इस खेल की चर्चा अब पूरे प्रदेश में है. जल्द ही ग़ाज़ियाबाद के सभी स्कूलों (सरकारी और प्राइवेट) में ये खेल बच्चो के लिए उपलब्ध होगा. बच्चे खुद कहते हैं कि खेलने में मज़ा आया. ये तो सांप सीढ़ी के साथ कौन बनेगा करोड़पति जैसा खेल है?
बच्चो खेल-खेल में बहुत सहजता से सीखते हैं. सांप-सीढ़ी और लूडो जैसे खेलों में मजा आ जाता है. चाहे बोर्ड पर खेला जाए या मोबाइल पर. आज के जमाने के वीडियो गेम के बीच भी इन खेलों की जगह कम नहीं है. अब इन्हीं खेलों से बच्चों को पढ़ाया भी जा रहा है. इसे बच्चों को शिक्षित करने के साथ-साथ उन्हें यौन उपीड़न के खिलाफ शिक्षित भी किया जा रहा है.