
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले की वैशाली यादव यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध में काफी चर्चा में है. यूक्रेन में एमबीबीएस कर रही वैशाली यादव अपने गांव की ग्राम प्रधान भी है. पिछले दिनों युद्ध में यूक्रेन में फंसने के बाद उसने एक वीडियो जारी करके वहां से छात्रों को बाहर निकालने की गुहार भारत सरकार से लगाई थी.
भारत सरकार से गुहार लगाने के बाद वैशाली यादव तब चर्चा में आ गई, जब उसकी डॉक्टरी की पढ़ाई के साथ गांव के प्रधान होने की बात भी पता चली. वीडियो वायरल होने के बाद कई लोगों ने दावा किया कि वैशाली के पिता समाजवादी पार्टी के नेता हैं और उन्होंने अपनी पुत्री से सरकार को बदनाम करने के लिए वीडियो बनवाया जबकि वह भारत में ही है.
सोशल मीडिया पर इस तरह का दावा वायरल होने के बाद वैशाली को खुद के रोमानिया में होने का दूसरा वीडियो जारी करना पड़ा. वहीं इस मामले को लेकर हरदोई के जिला प्रशासन को भी उसके रोमानिया में होने की बात की सफाई देनी पड़ी लेकिन वैशाली के प्रधान रहते यूक्रेन में डॉक्टरी करने का मामला अभी भी तूल पकड़ा पकड़ा हुआ है.
कौन है वैशाली
अरवल क्षेत्र के तेरा पुरसौली गांव निवासी पूर्व ब्लाक प्रमुख महेंद्र प्रताप सिंह यादव की बेटी व तेरा पुरसौली ग्राम पंचायत की प्रधान वैशाली रोमानिया से घर कब पहुंचेगी? इस बात की चिंता में पिता, मां, दादी, बाबा, भाई-बहन काफी परेशान है. पूर्व ब्लाक प्रमुख महेंद्र प्रताप सिंह यादव की चार बेटियों और एक बेटे में वैशाली सबसे बड़ी बेटी है.
वैशाली की पढ़ाई पूरी होने में सिर्फ कुछ महीने बचे है. दूसरी बेटी मुस्कान बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में बीएएमएस की चौथी वर्ष की पढ़ाई कर रही है. तीसरी बेटी लखनऊ विश्वविद्यालय में बीए तृतीय वर्ष की छात्रा व चौथा बेटा कार्तिकेय यादव लखनऊ के दिल्ली पब्लिक स्कूल में हाई स्कूल का छात्र है. पांचवी बेटी पलक आठवीं की छात्रा है.

2021 में प्रधान बनी थी वैशाली
वैशाली की प्रारम्भिक शिक्षा भी लखनऊ में हुई, जिसके बाद 2018 में वो पढ़ाई के लिए यूक्रेन गई, जहां उसकी डॉक्टरी की पढ़ाई अंतिम चरणों में चल रही है. वैशाली बीते साल 2021 में पंचायत चुनाव में अपने गांव की प्रधान चुनी गई है. वैशाली की दादी दो बार ग्राम प्रधान रह चुकीं हैं. पिछले साल वैशाली ने पंचायत चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी.
तब पिता महेंद्र यादव ने पढ़ाई पर ही ध्यान देने के लिए कहा, लेकिन वैशाली नहीं मानीं. महेंद्र ने समझाया कि यूक्रेन में रहकर ग्राम पंचायत के कार्यों का संचालन नहीं हो पाएगा तो होनहार बेटी ने डिजिटल इंडिया का हवाला दिया और कहा कि डोंगल सिस्टम से कार्य होता है, ग्राम पंचायत की बैठक वर्चुअली की जा सकती हैं. वैशाली चुनाव लड़ी और जीती.
वैशाली की मां और पिता दोनों रह चुके हैं ब्लॉक प्रमुख
वैशाली के पिता महेंद्र प्रताप सिंह सांडी ब्लाक में वर्ष 2000 व 2005 में दो बार ब्लॉक प्रमुख रह चुके हैं. उसकी मां शशि यादव 2005 से 2010 तक व 2015 से 2020 तक दो बार ब्लॉक प्रमुख बन चुकी हैं. वैशाली की मां अन्य बच्चों की पढ़ाई के लिए लखनऊ में रहती हैं. महेंद्र यादव ने बताया कि पिछले साल सितंबर माह में बेटी यूक्रेन गई थी.

वैशाली के पिता महेंद्र ने बताया कि उसने यूक्रेन में फंसने के दौरान 24 फरवरी को एक वीडियो डालकर सरकार से छात्रों को वापस लाने की गुहार लगायी थी, उसके उस वीडियो को लोगों ने यह कहकर बदनाम किया की वैशाली रोमानिया में नहीं है और उसने यह वीडियो सरकार को बदनाम करने के लिए बनाया है.
पिता बोले- बेटी ने नियमों के तहत काम किया है
वैशाली यादव के पिता महेंद्र सिंह ने बताया कि उसकी बेटी यूक्रेन से निकलकर रोमानिया पहुंच गयी है, जहां से उसे वापस इंडिया आना है. उन्होंने बताया कि उनकी बेटी ग्राम प्रधान है और गांव के प्रधान को कहीं जाने के लिए कोई परमिशन नहीं लेनी पड़ती है. इसके अलावा प्रधान बनने पर पढ़ाई जारी रखने में कोई पाबंदी नहीं है.
महेंद्र सिंह ने कहा कि मनरेगा में जो काम होता है उसमें प्रधान के दस्तखत होते हैं लेकिन उनकी ग्राम पंचायत में कोई भी मनरेगा का कार्य नहीं हुआ है. उनके मुताबिक, दो मीटिंग में प्रधान का रहना अनिवार्य होता है, उनकी बेटी एक मीटिंग अटेंड करके पढ़ने के लिए यूक्रेन गयी थी जबकि दूसरी मीटिंग में यहां आने के बाद हिस्सा लेगी.
महेंद्र सिंह ने कहा कि सपा से ताल्लुक रखने के कारण उनकी बेटी को लेकर तमाम तरह की फर्जी खबरे उड़ाई जा रही है, उनकी बेटी ने जो भी काम किया, वह नियमों के मुताबिक है.
DPRO ने तलब किया गांव के विकास कार्य का दस्तावेज
वहीं प्रधान रहते यूक्रेन में डॉक्टरी की पढ़ाई करने का मामला खुलने के बाद जिला पंचायत राज अधिकारी गिरीश चंद्र ने सहायक विकास अधिकारी पंचायत रजनीकांत और गांव के ग्राम विकास अधिकारी गौरव मिश्रा को नोटिस जारी करके गांव के विकास कार्य से जुड़े अभिलेख तलब किए है, जबकि अपर जिलाधिकारी वंदना त्रिपाठी ने बताया की वैशाली अभी रोमानिया में है और उससे जिला प्रसाशन सम्पर्क में है, उसके वापस लौटने पर जबाब तलब किया जाएगा.