उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिला महिला चिकित्सालय में एक प्रसव पीड़िता व उसके पति ने एक स्टाफ नर्स पर जन्म के तुरंत बाद बच्चा बदलने का आरोप लगाया.
सीएमएस ने कहा कि ऐसा अस्पताल में नहीं होता और न ही यह बात सही लगती है फिर भी प्रसूता के आरोप की जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी.
बुधवार की रात लगभग 11 बजे कांशीराम बस्ती कालोनी निवासी राम प्रकाश ने अपनी पत्नी पायल का प्रसव कराने के लिए उसे जिला महिला चिकित्सालय में भर्ती कराया. उसके अनुसार रात्रि 12 बजकर 55 मिनट पर प्रसूता ने एक लड़के को जन्म दिया, जिसका प्रसव स्टाफ नर्स चंद्रमा ने कराया.
प्रसूता के पति का कहना है कि बाहर सकुशल प्रसव के साथ बेटा होने की खबर मिली तो वह खुशी से उछल पड़ा, क्योंकि दो बेटियों के बाद उसे बेटा हुआ. उसने पड़ोसियों को भी इसकी सूचना रात में ही दे दी. पति रामप्रकाश का कहना है कि बेटा होने की खुशी में उसने मिठाई भी बांटी, लेकिन सुबह लड़के के स्थान पर लड़की को देखकर पायल व रामप्रकाश के साथ ही परिजन आक्रोशित हो उठे और उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया. इस मामले पर सीएमएस डॉ. रेखा रानी का कहना है कि पायल व उसके पति रामप्रकाश का आरोप निराधार है. बच्चा नहीं बदला गया है. प्रसूता ने लड़की को ही जन्म दिया है.
पायल की पड़ोसी महिला सरोज का कहना है कि रात में वह जब आई तो उसने भी बेटे को ही देखा था. रात में ही अदला-बदली का खेल खेला गया है. प्रसूता के परिजनों का कहना है कि वह जिलाधिकारी से लेकर प्रदेश के आला अधिकारियों तक गुहार लगाएंगे.