पैदल चलने का मन ना हो और खुद के पास गाड़ी भी ना हो तो अक्सर लोग बस, ट्रैन या कैब सर्विस का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन तेलंगाना में एक शराबी ने चलते-चलते थक जाने पर हैरान करने वाला काम किया है. उसने बस, ट्रैन या कैब सर्विस लेने की जगह सीधे फोन कर एंबुलेंस को अपने पास बुला लिया. कॉल करने पर पहुंची एंबुलेंस के कर्मचारियों से उसने कहा कि वह अब और नहीं चल सकता. इसलिए उसे वहां छोड़ दें, जहां वह जा रहा है. अगर वह और चला तो बेहोश हो जाएगा.
शराबी की चौंकाने वाली हरकत का यह वाकया तेलंगाना के भुवनगिरी जिले का है. दरअसल, यहां सरकारी एंबुलेंस सर्विस के पास एक शराबी रमेश ने कॉल किया. शराबी ने कॉल रिसीव करने वाले कर्मचारी से कहा कि वह एंबुलेंस को जल्द से जल्द भुवनगिरी के एक इलाके में भेज दें, क्योंकि वह बेहोश होने वाला है. इतना कहकर उसने फोन कट कर दिया. शराबी के कॉल को इमरजेंसी अलर्ट समझकर कॉल रिसीव करने वाले कर्मचारी ने तुरंत एक एंबुलेंस फोन पर बताए गए स्थान पर भेज दी.
रात ज्यादा होने के कारण नहीं मिली बस
मौके पर पहुंचने के बाद जब एंबुलेंस कर्मचारी ने दोबारा कॉल किया तो शराबी रमेश उन्हें वहां मिल गया. एंबुलेंस में तैनात मेडिकल स्टाफ ने शराबी से कॉल करने का कारण पूछा. इस पर उसने कहा कि जनगांव जिले में उसका घर है और वह भुवनगिरी जिले से वहां तक का सफर कर रहा है. रात ज्यादा हो चुकी है, इसलिए उसे जाने के लिए बस, टैक्सी या दूसरा कोई साधन नहीं मिल रहा है. शराबी ने एंबुलेंस कर्मचारियों से विनती करते हुए कहा कि वे उसे जनगांव तक छोड़ दें, क्योंकि अगर वह और पैदल चला तो बेहोश होकर गिर पड़ेगा.
पैदल तय कर रहा था 44 KM का सफर
शराबी की बातें सुनकर एंबुलेंस कर्मियों ने अपना सिर पकड़ लिया और उसे समझाया कि एंबुलेंस सर्विस गंभीर रूप से बीमार लोगों को अस्पताल ले जाने के लिए होती है. उससे किसी को कहीं पर छोड़ा नहीं जाता. हालांकि, एंबुलेंस कर्मियों की बात सुनने के बाद भी शराबी एक ही रट लगाता रहा कि उसे जनगांव में उसके घर तक छोड़ दिया जाए. वह अब और पैदल चलने की स्थिति में नहीं है. बता दें कि भुवनगिरी जिले से जनगांव जिले तक की दूरी करीब 44 किलोमीटर है.