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NRC में नाम न होने की अफवाह सुन कुएं में कूदी महिला, मौत के बाद सामने आया सच

60 वर्षीय सयारा बेगम ने शनिवार सुबह कुएं में इसलिए छलांग लगा दी क्योंकि किसी ने उनसे कहा कि उनका नाम लिस्ट में नहीं है. हालांकि तब तक यह स्पष्ट नहीं था कि महिला का नाम लिस्ट में था या नहीं. उसे कुएं से निकालकर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी.

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(Representative Photo- Reuters)
(Representative Photo- Reuters)

  • महिला ने लिस्ट में अपना नाम ना सुनकर किया सुसाइड
  • बाद में पता चला कि महिला का नाम लिस्ट में शामिल है
  • पति ने बताया अंतिम लिस्ट को लेकर कल से तनाव में थीं

असम एनआरसी की फाइनल लिस्ट जारी कर दी गई है. गृह मंत्रालय ने फाइनल लिस्ट की सूची जारी की.  फाइनल लिस्ट से 19,06,657 लोगों को बाहर कर दिया गया. काफी लोग इस लिस्ट से संतुष्ट नहीं है. इसी बीच एक 60 साल की महिला ने लिस्ट में अपना नाम ना सुनकर सुसाइड कर लिया है. बाद में पता चला कि उसका नाम लिस्ट में शामिल है.

घटना उत्तरी असम के सोनितपुर जिले की है जहां 60 वर्षीय सयारा बेगम ने शनिवार सुबह कुएं में इसलिए छलांग लगा दी क्योंकि किसी ने उनसे कहा कि उनका नाम लिस्ट में नहीं है. हालांकि तब तक यह स्पष्ट नहीं था कि महिला का नाम लिस्ट में था या नहीं. उसे कुएं से निकालकर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी.

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रिपोर्ट्स के मुताबिक महिला के पति शमशेर अली ने बताया कि वह एनआरसी की अंतिम सूची को लेकर कल से ही तनाव में थीं. महिला के पति और उसके दोनों बेटों के नाम 30 जुलाई, 2018 को प्रकाशित होने वाली एनआरसी की सूची में नहीं थे जबकि उसका खुद का नाम इसमें शामिल था.

अली ने यह भी बताया कि उसे डर था कि एक बार फिर उसका नाम सूची में शामिल नहीं होगा और इसका तनाव वह झेल नहीं सकी. अली ने ही स्पष्ट किया कि उसका और उसके दोनों बेटों का नाम एनआरसी की अंतिम सूची में शामिल है, लेकिन इसका पता लगने से पहले ही उसकी पत्नी ने आत्महत्या कर ली.

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बता दें कि एनआरसी के स्टेट कॉर्डिनेटर प्रतीक हजेला ने बताया कि 3 करोड़ 11 लाख 21 हजार लोगों का एनआरसी की फाइनल लिस्ट में जगह मिली और 19,06,657 लोगों को बाहर किया गया है. हालांकि जो लोग इससे संतुष्ट नहीं है, वे फॉरनर्स ट्रिब्यूनल के आगे अपील दाखिल कर सकते हैं.

इसी बीच लोगों की असंतुष्टि देखकर राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए 51 कंपनियां तैनात की गई हैं. वहीं असम पुलिस ने लोगों से अफवाहें न फैलाने की अपील की है. इसके अलावा सूची आने के बाद गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक असम में कानून व्यवस्था कायम करने के लिए सारे बंदोबस्त किए जा चुके हैं.

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