भारत को दक्षिण एशिया की एक प्रभावशाली शक्ति करार देते हुए पाकिस्तान और अफगानिस्तान मामलों के अमेरिकी दूत रिचर्ड हॉलब्रूक ने गुरुवार को कहा कि ओबामा प्रशासन अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अपनी नीतियों से नयी दिल्ली को लगातार वाकिफ कराता रहता है.
क्लिंटन काल से हैं बेहतर संबंध
वाशिंगटन में मौजूद एक अमेरिकी थिंक-टैंक ‘सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस’ की ओर से ‘अफ-पाक’ क्षेत्र पर आयोजित एक बैठक में शरीक होते हुए हॉलब्रूक ने कहा कि क्षेत्र में भारतीय एक बड़ा कारक हैं. वे एक प्रभावशाली शक्ति हैं.हॉलब्रूक ने कहा कि भारत-अमेरिका संबंध में बेहतरी पिछले तीन प्रशासनों का एक नियत लक्ष्य रहा है, जो इस मामले में कामयाब रहे हैं, उसमें मेरा मानना है कि यह वर्ष 2000 में क्लिंटन के कार्यकाल से शुरू होता है.
मौका मिला तो भारत जाऊंगा
उन्होंने कहा कि दूसरी ओर मैं दूतावास के लगातार संपर्क में हूं. मैं भारतीय लोगों से, वाशिंगटन में भारत की राजदूत से लगातार मिलता हूं और हाल ही में मैने उनके साथ डिनर भी किया था. मैं और वह लगातार संपर्क में रहते हैं. हॉलब्रूक ने कहा कि जब कभी मौका मिला तो वे भारत जाएंगे.