लंबे दौर के ‘पत्र-युद्ध’ के बाद पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री बुद्धदेव भटटाचार्य की बुधवार को केन्द्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम से होने वाली मुलाकात से राजनीतिक सरगर्मी तेज होने की संभावना है. बुद्धदेव संभवत: बुधवार को ही प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भी मुलाकात करेंगे.
समझा जाता है कि चिदंबरम से बुद्धदेव राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा करेंगे. उल्लेखनीय है कि चिदंबरम ने बुद्धदेव को कई पत्र लिखकर राज्य में लगातार हो रही राजनीतिक हिंसा पर गहरी चिन्ता का इजहार किया है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है.
लालगढ़ में कथित माकपा कार्यकर्ताओं द्वारा सात जनवरी को कुछ गांव वालों की हत्या किये जाने के बाद चिदंबरम ने बुद्धदेव को सभी कार्यक्रम पुनर्निर्धारित कर दिल्ली तलब किया था लेकिन बुद्धदेव ने जनवरी के तीसरे सप्ताह से पहले आने में असमर्थता जतायी थी.
सूत्रों ने बताया कि बुद्धदेव के चिदंबरम से बुधवार की सुबह मुलाकात की उम्मीद है. इसके बाद वह प्रधानमंत्री से मिल सकते हैं ताकि कानून व्यवस्था की स्थिति पर अपने पक्ष से उन्हें अवगत करा सकें. सूत्रों के मुताबिक इस दौरान राज्य में कानून व्यवस्था के हालात, नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान, कथित माकपा सशस्त्र कैडरों की हिंसा सहित राजनीतिक हिंसा जैसे मुद्दों पर चर्चा की उम्मीद है.
बुद्धदेव बुधवार रात ही कोलकाता रवाना हो जाएंगे, क्योंकि 20 जनवरी की सुबह उन्हें राज्य कैबिनेट की बैठक की अध्यक्षता करनी है. मुख्यमंत्री केन्द्र सरकार को तृणमूल-माओवादी की कथित सांठगांठ को लेकर वाम मोर्चे के दावे की पुष्टि के लिए कुछ सबूत सौंप सकते हैं.