असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने त्रिपुरा, नगालैंड या मेघालय में त्रिशंकु विधानसभा न बनने का दावा किया. उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के तीनों राज्यों में एनडीए पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी. एनईडीए के संयोजक सरमा ने कहा कि एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) का कोई भी साथी कांग्रेस या तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेगा.
उन्होंने यहां मीडिया से कहा, "कोई त्रिशंकु विधानसभा नहीं होगी. एनडीए तीनों राज्यों में सरकार बनाएगी. तीन राज्यों में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि त्रिपुरा और नगालैंड में यथास्थिति रहेगी.
नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (एनईडीए) के संयोजक ने कहा, "त्रिपुरा में बीजेपी का सीएम होगा, जबकि हम नगालैंड में गठबंधन सरकार में हैं." मेघालय के लिए सीएम का फैसला बीजेपी द्वारा जीते गए राज्यों की संख्या पर विचार करने के बाद किया जाएगा.
मालूम हो कि त्रिपुरा में 16 फरवरी को और नगालैंड और मेघालय में 27 फरवरी को चुनाव हुए थे. अब चुनाव के नतीजे 2 मार्च को घोषित किए जाएंगे.
त्रिपुरा-नगालैंड में बीजेपी गठबंधन सरकार, मेघालय में त्रिशंकु
नगालैंड चुनाव के एग्जिट पोल के नतीजों के मुताबिक राज्य में एनडीपीपी और बीजेपी गठबंधन की सरकार बनेगी. यहां प्रचंड बहुमत के साथ वापसी के संकेत हैं. गठबंधन को 38 से 48 सीटें तो कांग्रेस को 1 से 2, एनपीएफ को 3 से 8 सीटें मिल सकती हैं.
नगालैंड में मुख्यमंत्री नेफ्यू रिओ की लोकप्रियता बरकरार है. एग्जिट पोल के नतीजे बताते हैं कि 25 फीसदी लोगों की पहली पसंद वर्तमान सीएम नेफ्यू रिओ हैं. दूसरे दल के किसी सीएम चेहरे को 10 फीसदी वोट भी मिलते नहीं दिख रहे हैं.
वहीं त्रिपुरा में एग्जिट पोल ने स्पष्ट बहुमत के आसार दिखाए हैं. यहां बीजेपी की सरकार बन सकती है. त्रिपुरा चुनाव में बीजेपी को 45 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं, वहीं लेफ्ट-कांग्रेस के गठबंधन का 32 प्रतिशत वोट शेयर रह सकता है. टीएमपी की बात करें तो उसका वोट शेयर 20 फीसदी रह सकता है.
अगर जातियों के लिहाज से देखें, तो बीजेपी को जबरदस्त फायदा होता दिख रहा है. पार्टी को एसटी का 30 प्रतिशत, एससी का 57 प्रतिशत, ओबीसी का 60 फीसदी और सामान्य का 61 फीसदी वोट मिल रहा है. लेफ्ट-कांग्रेस की बात करें तो उसे एसटी का 18 फीसदी, एससी का 36 फीसदी, ओबीसी का 35 प्रतिशत और सामान्य वर्ग का 34 फीसदी वोट मिल सकता है. टीएमपी को एसटी का 51 फीसदी, एससी का 3 फीसदी, ओबीसी का 2 प्रतिशत और सामान्य का 2 प्रतिशट वोट मिल सकता है.
उधर, एग्जिट पोल के नतीजों के मुताबिक मेघालय में इस बार किसी भी पार्टी को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है. एनपीपी के खाते में 18 से 24, बीजेपी की 4 से 8, कांग्रेस 6 से 12 सीटें रह सकती हैं. यानी कि किसी को भी बहुमत नहीं मिल रहा है.