कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के लंदन वाले बयान को लेकर बीजेपी आक्रामक रुख अपनाए हुए है और लगातार उनसे माफी की मांग कर रही है. बीजेपी का कहना है कि राहुल गांधी को विदेशी जमीन पर भारत विरोधी बयानों के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए. बीजेपी ने कहा कि राहुल के ब्रिटेन दौरे के दौरान उनके दिए गए बयानों से देश में लोकतंत्र खतरे में हैं.
एक तरफ बीजेपी राहुल गांधी को उनके बयानों की वजह से घेरे हुए है. वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस इसे अडानी मामले और जेपीसी जांच की मांग से ध्यान भटकाने की बीजेपी की कोशिश बता रही है. बीजेपी जहां राहुल गांधी के माफी मांगने पर अड़ी हुई है, वहीं कांग्रेस भी पीएम मोदी के पुराने बयान को दो टूक कहकर याद दिला रही है कि माफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता.
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने गुरुवार को कहा था कि राहुल गांधी ने लंदन सेमिनार में जो बातें कही, उसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने हमारे लोकतंत्र, न्यायपालिका और देश का अपमान किया है. हमें उन लोगों के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए, जो देश के खिलाफ जहर उगलते हैं.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी विदेशी धरती पर देश का अपमान करने, ससंद से नदारद रहने और माफी नहीं मांगने को लेकर राहुल गांधी पर हमलावर हुईं. स्मृति ईरानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के लिए राहुल गांधी की नफरत अब देश के लिए नफरत में बदल गई है इसलिए हर देशवासी अब यह मांग कर रहा है कि राहुल गांधी को संसद में आकर माफी मांगनी चाहिए.
लेकिन यह कोई पहला मामला नहीं है, जब बीजेपी ने किसी मामले पर राहुल गांधी से माफी की मांग की है. बीते कुछ सालों में ऐसे कई मौके आए, जब बीजेपी ने राहुल गांधी से देश से माफी मांगने को कहा है.
अगस्त 2015
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने तीन अगस्त 2015 को तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर उनके अपरिपक्व बयानों के लिए माफी मांगने को कहा था. दरअसल राहुल गांधी ने ललित मोदी विवाद को लेकर सुषमा स्वराज पर निशाना साधा था.
फरवरी 2016
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने जेएनयू विवाद पर राहुल गांधी से माफी की मांग की थी. शाह ने मांग की थी कि राहुल को जेएनयू विवाद पर अपने रुख के लिए माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा था कि वामपंथी विचारधारा के नाम पर राष्ट्रविरोधी ताकतों का समर्थन करने को स्वीकार नहीं किया जाएगा. बता दें कि राहुल गांधी ने असम में जेएनयू विवाद को लेकर आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा था कि युवाओं को देशद्रोही बताना उनकी आवाज को दबाने जैसा है.
अक्टूबर 2017
2017 में बीजेपी की कल्चरल सेल की दिल्ली इकाई की संयोजक रूबी यादव ने भी राहुल गांधी से उनके बयान को लेकर माफी मांगने को कहा था. राहुल गांधी ने उस समय कहा था कि आरएसएस महिलाओं के साथ भेदभाव करता है और उन्होंने आरएसएस की शाखाओं में कभी भी महिलाओं को शॉर्ट्स पहने नहीं देखा. राहुल गांधी के इस बयान पर रूबी ने कहा था कि राहुल गांधी का बयान बहुत दुखद है. राहुल गांधी को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए.
जनवरी 2018
बीजेपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपमानित करने वाले पोस्टर्स विवाद मामले में राहुल गांधी से माफी की मांग की थी. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और यूपी कैबिनेट के तत्कालीन मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी को इन अपमानजनक पोस्टर्स के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए.
जून 2018
साल 2018 में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस नेता गुलाम नबी और सैफुद्दीन सोज के पाकिस्तान समर्थित बयानों के लिए राहुल गांधी से माफी मांगने को कहा था.
जुलाई 2018
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जुलाई 2018 में लोकसभा सांसद शशि थरूर के बयान की वजह से राहुल गांधी से माफी मांगने को कहा था. उस समय थरूर ने कहा था कि अगर 2019 लोकसभा चुनावों में बीजेपी जीतकर सत्ता में आई तो भारत 'हिंदू पाकिस्तान' बन जाएगा.
अक्टूबर 2018
बीजेपी नेता जीवीएल नरसिम्हा राव ने पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत पीवी नरसिम्हा राव के प्रति सम्मान नहीं दिखाने के लिए राहुल गांधी से माफी की मांग की थी.
नवंबर 2019
राहुल गांधी ने नवंबर 2019 में राफेल विमान सौदे में सुप्रीम कोर्ट का हवाला देकर प्रधानमंत्री मोदी पर टिप्पणी की थी. बाद में बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने इस मामले में राहुल के खिलाफ अवमानना याचिका दाखिल की थी और राहुल के खिलाफ आपराधिक मामला चलाने की मांग की थी. लेकिन राहुल गांधी ने मामले में कोर्ट से माफी मांग ली थी. पर बीजेपी इस बात पर अड़ गई थी कि राहुल गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए.
दिसंबर 2019
2019 में झारखंड में एक चुनावी रैली के दौरान भारत को दुनिया की 'रेप कैपिटल' बताया था. इस टिप्पणी को लेकर बीजेपी राहुल गांधी पर हमलावर हो गई थी और उनसे माफी मांगने को कहा था. बीजेपी ने संसद के दोनों सदनों में इस मुद्दे को उठाया था.
फरवरी 2022
केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने लोकसभा भाषण को लेकर राहुल गांधी से माफी मांगने को कहा था. लोकसभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा था कि भारतीय न्यायपालिका और चुनाव आयोग राज्यों की आवाज को दबाने के साधक बन गए हैं.
राहुल ने लंदन में क्या-क्या कहा था?
राहुल गांधी ने हाल ही में अपने ब्रिटेन दौरे के दौरान लंदन के थिंकटैंक चैथम हाउस में कई मुद्दों पर अपनी राय रखी थी. इस दौरान उन्होंने RSS पर जमकर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि भारत में डेमोक्रेटिक कॉम्पटिशन का तरीका पूरी तरह से बदल गया है. इसका कारण RSS नाम का एक संगठन है. यह एक कट्टरपंथी और फासीवादी संगठन है, जिसने भारत की लगभग सभी संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है.
राहुल गांधी ने कहा था कि RSS मुस्लिम ब्रदरहुड की तर्ज पर बना है. एक कट्टरपंथी, फासीवादी संगठन ने भारत के सभी संस्थानों पर कब्जा कर लिया है. मुझे इस बात ने झकझोर दिया कि वे हमारे देश के विभिन्न संस्थानों पर कब्जा करने में कितने सफल रहे हैं. प्रेस, न्यायपालिका, संसद और चुनाव आयोग सभी खतरे में हैं और किसी न किसी तरह से नियंत्रित हैं.