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कैप्टन अमरिंदर के खिलाफ दोबारा क्यों लामबंद हुआ सिद्धू गुट? जानें इनसाइड स्टोरी

पंजाब के इन मंत्रियों और विधायकों के कई अन्य काम भी राज्य सरकार की ओर से रोक दिए गए हैं. राज्य सरकार की ओर से नवजोत सिंह सिद्धू के समर्थक विधायकों को लेकर उठाए गए इन कदमों की वजह से विधायकों और मंत्रियों में नाराजगी है.

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कैप्टन से नाराज सिद्धू खेमा
कैप्टन से नाराज सिद्धू खेमा
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कैबिनेट मंत्री तृप्त राजेंद्र सिंह बाजवा के घर जुटे विधायक
  • कैप्टन के खिलाफ सिद्धू गुट के विधायकों में है नाराजगी 

पंजाब में कांग्रेस के बीच अंतर्कलह फिर से बढ़ती नजर आ रही है. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू गुट के बीच रार फिर बढ़ती दिख रही है. पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री तृप्त राजेंद्र सिंह बाजवा के घर पर सिद्धू गुट के करीब 20 विधायक और कैबिनेट मंत्री एकत्रित हुए थे. कैप्टन विरोधी इन विधायकों-मंत्रियों ने नवजोत सिंह सिद्धू की ताजपोशी का खुलकर समर्थन किया था.

सूत्रों की मानें तो नवजोत सिंह सिद्धू के समर्थन में खुलकर आए इन विधायकों को कैप्टन की नाराजगी भी झेलनी पड़ी. आरोप है कि इसी वजह से इन विधायकों और मंत्रियों के इलाकों में कई बड़े प्रशासनिक फेरबदल हुए. सरकार ने इन विधायकों, मंत्रियों के पसंदीदा अधिकारियों का उनके इलाकों से तबादला कर दिया गया. प्रशासनिक तबादले करने के साथ ही शासन स्तर से कुछ और कदम भी उठाए गए.

बताया जाता है कि इन मंत्रियों और विधायकों के कई अन्य काम भी राज्य सरकार की ओर से रोक दिए गए हैं. राज्य सरकार की ओर से नवजोत सिंह सिद्धू के समर्थक विधायकों को लेकर उठाए गए इन कदमों की वजह से विधायकों और मंत्रियों में नाराजगी है. इसी नाराजगी के कारण विधायक और मंत्री फिर से सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ लामबंद हो गए हैं.

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