पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) का अध्यक्ष बनने के बाद से नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने अपने एडवाइजरों की एक फौज खड़ी कर दी है. अब इन एडवाइजरों में से कुछ खुद उनके लिए सिरदर्द बन गए हैं. पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की ओर से अपने लिए नवनियुक्त सलाहकार मालविंदर सिंह माली का कश्मीर पर दिया गया बयान का विवाद अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर इंदिरा गांधी का विवादित कॉर्टून लगा दिया.
कश्मीर को अलग देश बताने के बाद उन्होंने अब गांधी परिवार पर ही निशाना साधा है. उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का विवादित कार्टून लगाया था और इस पर विवादित टिप्पणी भी थी. मालविंदर सिंह माली के फेसबुक पेज पर लगी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के विवादित कार्टून पर सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सिद्धू के एडवाइजरों को इस तरह के बयान ना देने और बस सिद्धू को ही एडवाइज देने की सलाह दी है.
माली ने अपने फेसबुक के अपने कवर पेज पर 1990 के आसपास प्रकाशित होने वाली एक मैगजीन 'जनतक पैगाम' के मुख्य पृष्ठ का फोटो लगाया था. इसमें दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को हाथ में बंदूक लिए दिखाया था, जिसके एक सिरे पर खोपड़ी लटक रही थी. इंदिरा गांधी के पीछे भी खोपड़ियों का ढेर लगा हुआ है. इस पेज पर पंजाबी में लिखा था, 'हर जबर दी इही कहाणी, करना जबर ते मुंह दी खाणी.' यानि 'हर जुल्म करने वाले कि यही कहानी है. अंत में उसे मुंह की खानी पड़ती है.'
कुछ दिन पहले कश्मीर को लेकर दिया था विवादित बयान
ये फोटो 1984 में हुए सिख कत्लेआम को दर्शाता है. इस मुद्दे पर कांग्रेस हमेशा घिरती रही है. हालांकि विवाद बढ़ने पर माली ने इस पोस्ट को अपने फेसबुक पेज से हटा लिया है. कुछ दिन पहले मालविंदर सिंह माली ने कश्मीर को अलग देश बताते हुए भारत पर यूएन समझौतों का उल्लंघन करके जबरन कश्मीर पर कब्जा करने का आरोप भी लगाया था. इसके अलावा नवजोत सिंह सिद्धू के ही एक और एडवाइजर प्यारे लाल गर्ग ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को पाकिस्तान को लेकर दिए जा रहे उनके सख्त बयानों पर नसीहत दी थी कि ऐसा करके वो पंजाब का नुकसान कर रहे हैं.
इस पूरे मामले को लेकर पंजाब सरकार के प्रवक्ता और सीनियर कांग्रेस नेता राज कुमार वेरका ने भी नवजोत सिंह सिद्धू को नसीहत दी है कि वो इस तरह के एडवाइजरों से बचें क्योंकि खुद सिद्धू और उनका पूरा परिवार एक देशभक्त परिवार रहा है. ऐसे में उनके एडवाइजर इस तरह से अगर देश के खिलाफ बयान देते हैं तो नवजोत सिंह सिद्धू को ऐसे लोगों से बचना चाहिए और ऐसे लोगों की कांग्रेस पार्टी में कोई जगह नहीं है.
अकाली दल का हमला
इस पूरे मामले पर अकाली दल ने भी पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि सिद्धू के एडवाइजर वही बात बोल रहे हैं जोकि खुद नवजोत सिंह सिद्धू की सोच है और पूर्व में कई मौकों पर नवजोत सिंह सिद्धू अपना पाकिस्तान प्रेम दिखा भी चुके हैं.
आप ने भी साधा निशाना
इस पूरे मामले पर आम आदमी पार्टी ने नवजोत सिंह सिद्धू के दिमागी संतुलन पर ही सवाल खड़े कर दिए है. आम आदमी पार्टी के नेता विपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि पहले तो ये समझ नहीं आ रहा कि नवजोत सिंह सिद्धू को एडवाइजरों की इतनी जरूरत क्यों है. उन्होंने भीड़ भर के एडवाइजर खड़े कर लिए हैं. हरपाल चीमा ने कहा कि इससे ऐसा लगता है कि नवजोत सिंह सिद्धू के पास अपना कोई दिमाग नहीं है और वो अपने एडवाइजरों पर ही निर्भर करते हैं. इसी वजह से उनके एडवाइजर जो भी अनाप-शनाप बयान देश की अखंडता के खिलाफ दे रहे हैं उसे वो मानते हुए चल रहे हैं.
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सिद्धू के एडवाइजरों को दी नसीहत
इस पूरे मामले पर पंजाब सीएम ऑफिस की तरफ से भी एक लिखित बयान जारी किया गया है. नवजोत सिंह सिद्धू और उनके खेमे के नेताओं ने पूरी तरह से चुप्पी साधी हुई है. सिद्धू के करीबी और उनके साथ नियुक्त किए गए पंजाब कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कुलजीत नागरा ने इस पूरे मामले पर पल्ला झाड़ते हुए कहा कि इन बयानों का जवाब वही एडवाइजर दे सकते हैं जिन्होंने इस तरह के बयान दिए हैं और मैं सिर्फ अपनी ओर से कही गई बातों के लिए ही जवाबदेह हूं. सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू के एडवाइजरों को नसीहत दी है कि वो देश से जुड़े ऐसे गंभीर मुद्दों पर बेवजह कोई बयान ना दें जिन मुद्दों की उनको समझ ही नहीं है. और उनका काम नवजोत सिंह सिद्धू को एडवाइज करना है और वो अपना काम ही करें.