scorecardresearch
 

IPU के अध्यक्ष बोले- भारत को शामिल किया जाना चाहिए सुरक्षा परिषद में, हम करते हैं समर्थन

अंतर-संसदीय संघ (IPU) के अध्यक्ष दुआरते पशेको ने आज संसद के केंद्रीय कक्ष में भारतीय सांसदों को संबोधित किया. अपने भाषण के दौरान उन्होंने भारत को संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में स्थाई सदस्य के तौर पर शामिल करने पर बल दिया. जानें और क्या बोले दुआरते पशेको

Advertisement
X
IPU के अध्यक्ष दुआरते पशेको
IPU के अध्यक्ष दुआरते पशेको
स्टोरी हाइलाइट्स
  • ‘भारत-पुर्तगाल दोस्त नहीं, बल्कि भाई-भाई’
  • ‘भारत-पुर्तगाल के रिश्ते 500 साल पुराने’
  • ‘कोरोना काल में दुनिया की मदद के लिए शु्क्रिया’

अंतर-संसदीय संघ (IPU) के अध्यक्ष दुआरते पशेको ने आज संसद के केंद्रीय कक्ष में भारतीय सांसदों को संबोधित किया. अपने भाषण के दौरान उन्होंने भारत को संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में स्थाई सदस्य के तौर पर शामिल करने पर बल दिया. जानें और क्या बोले दुआरते पशेको.

पशेको का शानदार स्वागत
संसद के केंद्रीय कक्ष में दुआरते पशेको का शानदार स्वागत हुआ. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने उन्हें भारतीय संविधान की एक प्रति भी दी. देश में संसदीय परंपराओं की मजबूती के बारे में बोलते हुए बिड़ला ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा कार्यशील लोकतंत्र है. भारत ने हमेशा विस्तारवाद और वैश्विक आतंकवाद के बारे में अपने विचार स्प्ष्ट तौर पर रखे हैं. आजादी के 74 वर्ष के बाद भारत में लोकतांत्रिक परंपराएं और मजबूत हुई हैं. आम चुनावों के बाद सत्ता का सहज हस्तांतरण हमारी लोकतांत्रिक प्रतिबद्धताओं को दर्शाता है. IPU के साथ जुड़कर हमें दुनिया की सर्वश्रेष्ठ परंपराओं को जानने और उन्हें अंगीकार करने में मदद मिलती है.

भारत-पुर्तगाल भाई-भाई
दुआरते पशेको पुर्तगाल के सांसद भी हैं. उन्होंने कहा कि भारत और पुर्तगाल के संबंध 500 साल से ज्यादा पुराने हैं. हम एक-दूसरे को सिर्फ दोस्त के तौर पर नहीं जानते, बल्कि हम भाई-भाई हैं.

Advertisement

सुरक्षा परिषद में भारत का समर्थन
अंतर-संसदीय संघ के अध्यक्ष दुआरते पशेको ने कहा कि भारत को संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में स्थाई सदस्य के तौर पर शामिल किया जाना चाहिए. पुर्तगाल इस प्रक्रिया में भारत का समर्थन करता है. उन्होंने कहा कि IPU के अध्यक्ष के चुनाव के दौरान भारतीय संसद के समर्थन का निजी तौर पर धन्यवाद करने के लिए वह भारत आए हैं. 

कोरोना काल में मदद के लिए शुक्रिया
दुआरते पशेको ने कहा कि कोरोना संकट के समय भारत ने ना सिर्फ अपने देशवासियों की मदद की. बल्कि वैक्सीन आने से पहले और बाद में भी दुनिया के कई देशों को ठोस मदद पहुंचाई. इसके लिए वह भारत का शुक्रिया अदा करते हैं.

ये भी पढ़ें:


 

Advertisement
Advertisement