प्रवर्तन निदेशालय (ED) रेड को लेकर किए गए राहुल गांधी के दावे पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पलटवार किया है. गिरिराज सिंह ने कहा,'राहुल गांधी वायनाड से रात में अफवाह फैलाते हैं. झूठ का नैरेटिव और झूठ की खेती करते हैं. राहुल गांधी हतोत्साहित हैं. इसलिए यह झूठी अफवाह फैलाई है. इससे बड़ा झूठा विपक्ष का नेता आज तक नहीं बना है. राहुल गांधी अपनी जाति बताने के डर से ऐसे बयान दे रहे हैं.
राहुल गांधी के दावे के बाद अब इस मुद्दे पर सियासत शुरू हो गई है. शिवसेना (यूबीटी) के दो नेताओं ने राहुल के समर्थन में बयान देते हुए सरकार पर निशाना साधा है. सांसद संजय राउत ने कहा है कि जो भी सरकार के खिलाफ बोलता है तो सरकार उसके खिलाफ साजिश रचती है. हमें कुछ भी हो सकते है. राहुल गांधी पर हमले भी हो सकते हैं. विदेश में साजिश रची जा रही है. सरकार राहुल गांधी से डर गई है. विपक्ष के नेताओं पर गुंडों की मदद से हमले किए जा सकते हैं.
'जब-जब सरकार डरती है एजेंसी को...'
शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेद ने भी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा,'राहुल गांधी को छापेमारी के बारे में जानकारी होगी. जब-जब सरकार डरती है, एजेंसी को आगे करती है. ये सरकार डरी हुई सरकार है. एजेंसी के तहत डराने की कोशिश करते हैं. लेकिन हम लोग डरने वाले नहीं हैं.
मणिकम टैगोर ने संसद में दिया नोटिस
राहुल गांधी के ट्वीट के बाद कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने एजेंसियों के दुरुपयोग पर लोकसभा में चर्चा के लिए संसद में नोटिस भी दिया है. दरअसल, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शुक्रवार को बड़ा दावा करते हुए कहा है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) संसद में उनके 'चक्रव्यूह' भाषण के बाद उन पर छापेमारी करने की योजना बना रहा है. कांग्रेस सांसद ने दावा किया कि ईडी के 'अंदरूनी लोगों' ने उन्हें इस बारे में जानकारी दी है.
ED के सोर्सेज से राहुल को मिली जानकारी!
एक्स पर एक पोस्ट करते हुए राहुल गांधी ने कहा,'जाहिर है, 2 इन 1 को मेरा चक्रव्यूह भाषण पसंद नहीं आया. ईडी के 'अंदरूनी लोगों' ने मुझे बताया कि छापेमारी की योजना बनाई जा रही है. बांह फैलाकर ईडी का इंतजार कर रहा हूं, चाय और बिस्कुट मेरी तरफ से.'
राहुल ने कहा था- किसान और युवा डरे हुए
बता दें कि 29 जुलाई को लोकसभा में केंद्रीय बजट 2024 पर बोलते हुए राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया था. उन्होंने कहा था कि देश के किसान, मजदूर और युवा डरे हुए हैं. उन्होंने कमल के प्रतीक को प्रमुखता से प्रदर्शित करने के लिए पीएम मोदी की आलोचना की और दावा किया कि 21वीं सदी में एक नया 'चक्रव्यूह' बनाया गया है.
राहुल ने चक्रव्यूह को लेकर क्या कहा था?
दरअसल, 4 दिन पहले 29 जुलाई को राहुल गांधी ने बजट पर बोलते हुए कई मुद्दों पर सरकार को घेरा था. फिर भगवान शिव का जिक्र करते हुए अचानक उनके इस भाषण में 'चक्रव्यूह' शब्द केंद्र में आ गया था. राहुल गांधी ने कहा था, 'जो 'चक्रव्यूह' बनाया है. इससे करोड़ों लोगों को नुकसान हुआ है. हम इस चक्रव्यूह को तोड़ेंगे. इसे तोड़ने का सबसे बड़ा तरीका जाति जनगणना है. जिससे आप सब डरते हैं. I.N.D.I.A इस सदन में गारंटीकृत कानूनी एमएसपी पारित करेगा. इसी सदन में जाति जनगणना हम पास करके आपको दिखाएंगे.'