संभल के मुद्दे को लेकर सड़क से लेकर संसद तक हंगामा मचा हुआ है. राहुल और प्रियंका गांधी को संभल जाने से रोके जाने का मामला संसद में भी उठा. इस मुद्दे पर विपक्षी सांसदों ने लोकसभा से वॉकआउट कर दिया. अब इसको लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी एक्स पर पोस्ट करते हुए बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधा.
कांग्रेस अध्यक्ष ने एक्स पर लिखा, "बीजेपी-आरएसएस अपने विभाजनकारी एजेंडे से संविधान की धज्जियां उड़ाने में व्यस्त है. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को संभल में पीड़ित परिवारों से मिलने जाने से रोकना इसी बात को साबित करता है. दो समुदायों में नफ़रत पैदा करना ही बीजेपी-आरएसएस की एकमात्र विचारधारा है, उसके लिए उन्होंने न केवल संविधान से पारित Places of Worship Act को तार-तार किया, पर अब वो अपने नफरत के बाजार की शाखाओं को हर जगह खोलने पर उतारू हैं."
खड़गे ने आगे कहा, "कांग्रेस पार्टी सौहार्द, शांति, भाईचारे, सद्भाव और मोहब्बत की दुकान खोलती चली जाएगी, और विविधता में एकता के तर्ज पर समाज को एकजुट रखेगी. हम झुकेंगे नहीं, पीछे हटेंगे नहीं!"
राहुल गांधी ने क्या कहा?
दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर पुलिस के द्वारा रोके जाने के बाद राहुल गांधी ने कहा, "पुलिस की गाड़ी में ही हममें से पांच लोगों को संभल ले चलिए." इसके बाद राहुल गांधी ने पुलिस से मांग की है कि मुझे अकेला संभल जाने की अनुमति दी जाए. उन्होंने पुलिस से कहा, "मैं आपकी गाड़ी में संभल जाऊंगा, ले चलिए मुझे." राहुल की इस मांग पर भी प्रशासन ने अभी तक हामी नहीं भरी और राहुल गांधी के काफिले को उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर रोक दिया गया.
राहुल गांधी ने यूपी बॉर्डर से लौटने के बाद सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "पुलिस ने हमें संभल जाने से रोक दिया. विपक्ष के नेता होने के नाते यह मेरा अधिकार और कर्तव्य है कि मैं वहां जाऊं, फिर भी मुझे रोका गया. मैं अकेला जाने को भी तैयार हूं, लेकिन वे इसके लिए भी नहीं माने. यह संविधान के ख़िलाफ़ है. भाजपा क्यों डरी हुई है - अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए पुलिस को आगे क्यों कर रही है? सच्चाई और भाईचारे के संदेश को क्यों दबा रही है?"