लाल किले के पास हुए आतंकी हमले को लेकर पूर्व गृह मंत्री और कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने एक बार फिर ‘घरेलू आतंकवाद’ का मुद्दा उठाया है. उन्होंने कहा है कि भारत को दो तरह के आतंकियों का सामना करना पड़ रहा है. एक जो विदेश से ट्रेन होकर आते हैं और दूसरे जो देश के भीतर ही पनप रहे हैं.
चिदंबरम ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “मैं पहलगाम हमले से पहले और बाद में भी यही कहता आया हूं कि आतंकवादी दो तरह के होते हैं- विदेश से प्रशिक्षित घुसपैठिए आतंकवादी और घरेलू आतंकवादी. मैंने संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर बहस के दौरान भी यही कहा था. घरेलू आतंकवादियों के जिक्र पर मेरा मजाक उड़ाया गया और मुझे ट्रोल किया गया."
उन्होंने आगे लिखा, "हालांकि, मुझे कहना होगा कि सरकार ने इस पर चुप्पी साध ली क्योंकि सरकार जानती है कि घरेलू आतंकवादी भी होते हैं. इस ट्वीट का मकसद यह है कि हमें खुद से पूछना चाहिए कि ऐसी कौन सी परिस्थितियां हैं जो भारतीय नागरिकों, यहां तक कि पढ़े-लिखे लोगों को भी आतंकवादी बना देती हैं."
गौरतलब है कि उनका यह बयान उस समय आया है जब केंद्र सरकार ने 10 नवंबर के दिल्ली धमाके की निंदा करते हुए जांच को सबसे उच्च प्राथमिकता देने का निर्देश दिया है. इस विस्फोट में 12 लोगों की मौत हुई थी और कई घायल हुए थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद उच्चस्तरीय बैठक बुलाई और जांच एजेंसियों को जल्द कार्रवाई का आदेश दिया है.
सरकार ने माना आतंकी हमला
केंद्र सरकार ने दिल्ली ब्लास्ट को आतंकी घटना माना है. सरकार का कहना है कि यह घटना जघन्य अपराध है. इसके साथ ही कैबिनेट ने तेज जांच के निर्देश दिए. इस संबंध में आज बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक हुई, जिसमें केंद्र सरकार ने लाल किले के पास कार विस्फोट को आतंकी घटना बताया और इस पर शोक जताया. मंत्रिमंडल ने इस हमले में मारे गए निर्दोष लोगों की याद में दो मिनट का मौन भी रखा.