पिछला महीना तो याद ही होगा. ऐसी भीषण गर्मी पड़ रही थी कि लोग घरों से बाहर निकलते थे तो झुलसने लगते थे. लोगों को बारिश का इंतजार था. लोगों को इंद्रदेव से उम्मीद थी कि जल्द बारिश होगी और झुलसाने वाली गर्मी से थोड़ा निजात मिलेगी. फिर आया मानसून.