राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लेकर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने महत्वपूर्ण जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 34 साल बाद बनी यह नीति आजाद भारत में पहली बार भारतीयता और भारत की आत्मा के आधार पर तैयार की गई है. विपक्ष के आरोपों पर उन्होंने कहा कि एनसीईआरटी की किताबों में बदलाव इतिहास के तथ्यों पर आधारित हैं.