राज्यसभा में अमित शाह ने वंदे मातरम् को आजादी का उद्घोष बताया और कहा कि इसकी चर्चा से आने वाली पीढ़ियों को इसकी महिमा समझ में आएगी. उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग वंदे मातरम् पर आज चर्चा को समझ नहीं पा रहे, उन्हें अपने विचारों पर पुनर्विचार करना चाहिए. गुलामी के समय वंदे मातरम् गीत ने लोगों के दिलों में आजादी की भावना जगाई थी. 100 वर्ष पूरे होने पर वंदे मातरम् को बंदी बना दिया गया था. 150 वर्ष पूरे होने पर हुई चर्चा में गांधी परिवार के सदस्य अनुपस्थित थे.