केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में सरकारी महिला कर्मचारियों को राज्य सरकार ने बड़ी राहत दी है. लेफ्टिनेंट गवर्नर ने महिला कर्मचारियों को शुक्रवार को काम की अवधि में दो घंटे की कटौती का तोहफा दिया है. इसका मतलब ये हुआ कि अब पुडुचेरी में महिलाओं को शुक्रवार को 7 घंटे काम करना होगा.
लेफ्टिनेंट गवर्नर तमिलसई सुंदरराजन ने कहा कि उन्होंने पहले सीएम रंगासामी से महिला सरकारी कर्मचारियों के लिए काम की अवधि दो घंटे कम करने का अनुरोध किया था. उन्होंने कहा कि अब जाकर महिलाओं को रियायत देने का फैसला लिया गया है.
समय और पैसे दोनों की रियायत दी गई
उन्होंने कहा, 'हर शुक्रवार सुबह दो घंटे की रियायत दी गई है, पुडुचेरी की महिलाएं इससे खुश होंगी, महिलाओं के पास पैसे और समय दोनों की रियायत हैं. 1000 रुपये भी दिए जा रहे हैं और अब काम में समय की रियायत भी दी जा रही है.'
एलजी ने कहा कि इसके लिए दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए गए हैं". लेफ्टिनेंट गवर्नर तमिलसई सुंदरराजन ने डीएमके द्वारा फैक्ट्री कानून में हालिया संशोधन पर भी तंज कसा है.
रोजाना 12 घंटे काम, तीन दिन की छुट्टी
बता दें कि डीएमके ने हाल ही में काम के समय को लेकर फैक्ट्री नियम में संशोधन किया है. नए नियम के तहत काम की अवधि को दिन में 12 घंटे कर सप्ताह में तीन दिन की छुट्टी ली जा सकती है. हालांकि, यह सभी पर अनिवार्य रूप से लागू नहीं किया गया है, बल्कि श्रमिकों को एक विकल्प के तौर पर दिया गया है.
वहीं शुक्रवार को काम के घंटों में छूट के फैसले को लेकर पुडुचेरी के मुख्यमंत्री रंगासामी ने कहा कि महिला सरकारी कर्मचारी सुबह 9 बजे के बजाय 11 बजे तक आ सकती हैं. उन्होंने कहा, 'महिलाओं के पास उस दिन अधिक काम होता है, इसलिए शुक्रवार को वो देर से दफ्तर आ सकती हैं.