पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हुई जघन्य घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महिला सुरक्षा पर कार्यक्रम शुरू किया है. इसका नाम Rattirer Sathi रखा गया है. इस कार्यक्रम का उद्देश्य रात की शिफ्ट में काम करने वाली महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराना है. महिलाओं के लिए अलग से रेस्ट रूम होगा जिसमें टॉयलेट अटैच रहेगा. रात में महिला वॉलंटियर ड्यूटी पर होंगी. इसके अलावा सीसीटीवी की पूरी कवरेज के साथ महिलाओं के लिए सुरक्षित क्षेत्र बनाए जाएंगे. मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में सुरक्षा जांच और अल्कोहल टेस्ट किया जाएगा.
मोबाइल ऐप से कर सकेंगे शिकायत
सभी कामकाजी महिलाओं के लिए अलार्म के साथ एक विशेष मोबाइल ऐप विकसित किया जाएगा और उसे पुलिस स्टेशन से जोड़ा जाएगा. इसके अलावा हेल्पलाइन नंबर का उपयोग किया जाएगा.
ये कदम भी उठा सकती है पुलिस
-महिला सुरक्षा के लिए सरकार अन्य कई कदम उठा सकती है. सभी मेडिकल कॉलेज, और अस्पतालों, महिला छात्रावासों और ऐसे अन्य स्थानों पर रात में पुलिस गश्त करेगी.
-अस्पतालों आदि की सभी मंजिलों पर पर्याप्त पीने का पानी की सुविधा होगी.
-मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में काम करने वाले सभी कर्मचारियों, सुरक्षा गार्ड आदि को पहचान पत्र लटकाए रखना होगा.
-सभी मेडिकल कॉलेजों और जिला अस्पतालों में सुरक्षा के लिए पुलिस अधिकारी तैनात किए जाएंगे.
-महिला डॉक्टरों सहित महिलाओं के काम के घंटे एक बार में 12 घंटे से अधिक नहीं होने चाहिए.
-जहां तक हो सके महिलाओं के लिए नाइट शिफ्ट टाला जाना चाहिए.
-सरकारी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों, जिला मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में सुरक्षा गार्ड महिला और पुरुष दोनों होने चाहिए.
-महिला सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर सभी सरकारी प्रतिष्ठानों को सैनिटाइज करने का कार्यक्रम और निजी संगठनों को भी ऐसा ही करना होगा.
-कम से कम दो या इससे अधिक लोग एक साथ काम करें.
'मेरी बेटी गई लेकिन हजारों बेटे-बेटी फिलहाल सड़कों पर हैं'
गौरतलब है कि कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्टर से दरिंदगी के बाद हत्या के मामले में देशभर में उबाल है. वहीं, पीड़िता के पिता ने कहा कि हमें इन्वेस्टिगेटिव टीम के ऊपर पूरा भरोसा हैं. हमें उम्मीद है कि न्याय मिलेगा. उन्होंने कहा कि मेरी बेटी गई है, लेकिन मुझे लगता है कि मेरे हजारों बेटे-बेटी फिलहाल सड़कों पर हैं. हम इस आंदोलन के साथ है. हमें जस्टिस चाहिए, सबको कड़ी से कड़ी सजा मिले.
पीड़िता के पिता ने कहा कि मेरी बेटी काफी मेहनती थी, उसे डॉक्टरी की पढ़ाई के लिए कड़ी मेहनत की थी. उन्होंने कहा कि बेटी के साथ हुई घटना का बार-बार जिक्र कर दुख होता है. साथ ही कहा कि बड़े स्तर पर प्रदर्शन हो रहा है, हम न्याय चाहते हैं, जिसने इस वारदात को अंजाम दिया है, उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.
बता दें कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्राचार्य डॉ. संदीप घोष लगातार दूसरे दिन पूछताछ के लिए सीबीआई के समक्ष पेश हुए. शुक्रवार को एजेंसी संदीप घोष को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई थी, जो शनिवार को 1.40 बजे तक जारी रही.