पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव में अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की जाएगी. इसको लेकर राज्यपाल ने कहा कि राज्य में हिंसा को रोकने के लिए निश्चित रूप से केंद्रीय बलों की तैनाती होगी. वहीं इसको लेकर सांसद सौगत रॉय ने कहा कि राज्य में हो रही हिंसा में टीएमसी के भी तीन कार्यकर्ता मारे गए. प्रदेश में कानून और व्यवस्था राज्य सरकार के पास है, यह राज्यपाल का काम नहीं है. चुनावी हिंसा को देखना राज्य चुनाव आयुक्त का काम है, चुनावों की घोषणा के बाद राज्यपाल की कोई भूमिका नहीं होती है.
शनिवार देर रात कूचबिहार के दिनहाटा में बीजेपी प्रत्याशीर के देवर की हत्या कर दी गई. मृतक की भाभी विशाखा दास किस्मत दसग्राम से बीजेपी उम्मीदवार हैं. उसे देर रात बदमाशों ने बुलाया और चाकू गोदकर उसकी हत्या कर दी. उसके शव को बाद में बरामद किया गया, जबकि बीजेपी ने दावा किया कि इस वारदात को टीएमसी कार्यकर्ताओं ने अंजाम दिया है.
बीजेपी की बंगाल सचिव प्रियंका टिबरेवाल ने कहा, "मेरा मानना है कि ममता बनर्जी को हिंसा भड़काने, भड़काने के लिए तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए. पिछले चुनावों के दौरान हमने यही देखा. उन्होंने हिंसा भड़काई और लोगों को उकसाया कि जब भी सीआईएसएफ आए, आपको उन पर हमला करना है."
बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या पर बोले ममता सरकार के मंत्री
वहीं इस घटना पर ममता सरकार के मंत्री उदयन गुहा ने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. इस घटना में राजनीतिक रंग डालने की कोशिश की जा रही है. बीजेपी के नेता इस हत्या में टीएमसी कार्यकर्ताओं के शामिल होने का दावा कर रहे हैं. बीजेपी नेताओं पर तंज कसते हुए गुहा ने कहा, "कुछ 'सुकुमार रॉय' ऐसे भी हैं जो रोज सुबह किसी शव के मिलने का इंतजार करते हैं. अगर सड़कों पर कुत्ते या लोमड़ी का शव मिलता है तो बीजेपी इसके पीछे टीएमसी का हाथ होने का दावा करती है. संभू दास की हत्या के पीछे क्या मकसद है?"
गुहा ने कहा, "संभू का राजनीति से कोई नाता नहीं था. वह एक शिक्षक थे. हमें पता चला है कि उसकी हत्या एक महिला से जुड़ी हुई थी. पुलिस ने महिला और उसकी मां को गिरफ्तार कर लिया है, जो हम जानते हैं."
राज्यपाल ने क्या कहा?
बता दें कि हाल में साउथ परगना समेत जिन जिलों में हिंसा हुई है, बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस भी पहुंचे. उन्होंने कहा, "दुर्भाग्य से कुछ इलाकों में जहां मैंने दौरा किया, मैंने लोकतंत्र की गिरावट देखी. मैं यहां लोगों के साथ खड़ा होने के लिए दृढ़ हूं. माननीय उच्च न्यायालय ने यह सुनिश्चित करने के लिए स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए कदम उठाने का फैसला किया है. हम निश्चित रूप से ऐसा करेंगे. अत्याचार, धमकी और हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा."
मालदा में टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या
वहीं मालदा में टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या को लेकर टीएमसी विधायक सबीना येस्मिन ने कहा कि यह एक राजनीतिक हत्या है. जो लोग जमीनी स्तर से टीएमसी को खत्म करना चाहते हैं उन्हें टिकट नहीं दिया गया, वे कांग्रेस में शामिल हो गए और उन्हें टिकट मिल गया. इसके बाद उन्होंने उपद्रव करना शुरू कर दिया और इलाके में आतंक फैलाना शुरू कर दिया. आज उन्होंने पूर्व प्रधान मुस्तफा शेख की हत्या कर दी."
8 जुलाई को होंगे पंचायत चुनाव
राज्य चुनाव आयोग ने आठ जून को ही पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव का ऐलान किया था. पश्चिम बंगाल में आठ जुलाई को पंचायत चुनाव होंगे. वहीं, 11 जुलाई को काउंटिंग होगी. नौ जून से लेकर 15 जून तक प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया.