कोलकाता में हाल ही में गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिक आजाद शेख के मामले में एक नया और चौंकाने वाला मोड़ सामने आया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आजाद ने सिर्फ 15 हजार रुपये में भारत की नागरिकता हासिल की थी. वह मूल रूप से बांग्लादेश के फरीदपुर जिले का रहने वाला है, और भारत में अवैध रूप से रह रहा था.
मौके पर मौजूद अधिकारियों के मुताबिक, आजाद ने अक्टूबर 2023 में भारत में प्रवेश किया था. कुछ ही समय बाद उसने एक लोकल एजेंट से कॉन्टेक्ट किया, जिसने उसे भारतीय दस्तावेज दिलाने में मदद की. उस दलाल ने आजाद को जफर शेख से मिलवाया, जो इस पहचान धोखाधड़ी के नेटवर्क का एक अहम हिस्सा था.
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जफर नाम के शख्स ने आजाद को दस्तवाजे बनवाने में मदद की
जफर ने आजाद को भारतीय नागरिक साबित करने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड सहित सभी आवश्यक दस्तावेज तैयार किए. इनके अलावा, जफर ने अपने माता-पिता से आजाद को अपने बेटे के रूप में परिचित करवाया, जिससे नकली दस्तावेजों की विश्वसनीयता बढ़ गई. इस जालसाजी में जफर की भूमिका निर्णायक थी.
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15 हजार रुपये में पूरी प्रक्रिया, और बन गया भारतीय नागरिक
अवैध रूप से भारत की नागरिकता हासिल करने की इस प्रक्रिया और जुड़े दस्तावेजों में आजाद को सिर्फ 15 हजार रुपये खर्च करने पड़े. पुलिस अब इस धोखाधड़ी के पूरे नेटवर्क की तहकीकात कर रही है और इस मामले में अन्य शामिल लोगों को भी पकड़ने की कोशिश कर रही है.