विपक्षी सदस्यों ने राज्यसभा में केरल के वायनाड में लैंडस्लाइड पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा किया. विपक्ष ने इस पर नियम 267 के तहत चर्चा का नोटिस दिया था जिसे सभापति ने अस्वीकार कर दिया. सभापति ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर इस दुखद घटना के पीड़ितों की मदद कर रही हैं. पीएम ने भी सीएम से बात की है. केंद्र, राज्य को पूरा सहयोग कर रहा है.
विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि आपका जो मन वो कहिए. उन्होंने एक सदस्य की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि क्यों हंस रहे हैं, मैं कुछ भी कहता हूं तो साहब भी हंस रहे हैं और आप भी. इस पर जगदीप धनखड़ ने कहा कि मैं नहीं हंस रहा हूं. मन दुखी है. सरकार एक्टिव है, गृह मंत्रालय सक्रिय है, मुख्यमंत्री एक्टिव हैं. इस पर विपक्ष के नेता ने कहा कि आपने जो कहा, वही सरकार बता दे कि वहां क्या मिलिट्री गई है, क्या हो रहा है.
विपक्ष के नेता के इस बयान पर भड़के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आपका कटाक्ष मैं समझ गया हूं. मर्यादित आचरण करिए. विपक्ष के नेता ने कहा कि जो इंफॉर्मेशन आपके पास है, वही इंफॉर्मेशन सरकार यहां सदन को दे. उन्होंने यह भी कहा कि हमारी एक सदस्य के पास जानकारी है, उन्हें बोलने के लिए अनुमति दे दीजिए. सभापति ने उन्हें बैठने के लिए कहा. सभापति ने कहा कि आप यही कहना चाहते हैं न कि आपके सदस्यों को बोलने दूं.
सभापति ने कहा कि ये आपदा बहुत दुखद है. विपक्ष के नेता ने मुझसे कहा कि हमारे सदस्य को बोलने की अनुमति दीजिए जो कि हम तक आई भी नहीं. चार सदस्य हमारे पास चैंबर में आए. हम उनको एलाऊ करेंगे. बगैर हम तक आए हम सीधे सदन में बोलने के लिए कैसे एलाऊ कर दें. राज्यसभा में वायनाड की आपदा को लेकर चर्चा की मांग करते हुए विपक्षी सदस्य वेल में आकर हंगामा करने लगे. आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी इन सदस्यों में शामिल थे. सभापति ने इस पर कहा कि संजय सिंह, आम आदमी पार्टी का एक भी सदस्य केरल से नहीं है. फिर आप क्यों हंगामा कर रहे हैं. सभापति ने शून्यकाल की कार्यवाही शुरू करा दी. विपक्ष के सदस्यों ने हंगामा जारी रखा.
राष्ट्रीय आपदा घोषित करने, रिलीफ पैकेज की मांग
सभापति ने बाद में उन सदस्यों को ये मुद्दा उठाने की अनुमति दी जिन्होंने चैंबर में मुलाकात कर ये विषय उठाने के लिए निवेदन किया था. सीपीआईएम के सांसद जॉन ब्रिटास ने सहायता के लिए तत्काल सेना को भेजने की मांग की. सीपीआई के सांसद संतोष कुमार ने इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की.आईयूएमएल सांसद अब्दुल वहाब ने केरल को तत्काल सहायता की मांग उठाई. केसी (एम) के जोस के मणि ने कहा कि बॉडी को 45 किलोमीटर दूर ले जाना पड़ रहा है. केरल को कृपया हर सहायता दी जाए. जेबी मथेर ने कहा कि बच्चों और बड़ों समेत 43 मौतें दुखद हैं. इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के साथ ही पांच लाख करोड़ का सहायता पैकेज दिया जाए. राहत कार्य के लिए हेलिकॉप्टर दिया जाए. सीपीआई (एम) सांसद एए रहीम ने प्रॉपर राहत कार्य सुनिश्चित किया जाए और पूरी सहायता दी जाए. डॉक्टर वी शिवदासान ने भी हर सहायता उपलब्ध कराने की मांग की.
जो भी जरूरत होगी, पूरी की जाएगी- नड्डा
सभापति ने कहा कि जब मैं यहां आया तो पूरी जानकारी ली थी. प्रधानमंत्री एक्टिव हैं. एजेंसियां कोऑर्डिनेशन में हैं. राज्यसभा में नेता सदन जेपी नड्डा ने कहा कि सभी ने यहां वायनाड की घटना पर कंसर्न व्यक्त किया है. ये केवल केरल का नहीं, देश का हादसा है और सभी द्रवित हैं. जो भी जरूरत होगी, वो पूरी की जाएगी. हमारा उद्धेलित होना स्वाभाविक है लेकिन इस तरह की घटना को एड्रेस करने का एक प्रॉसीजर है. पीएम ने सीएम से बात की है. जो सहायता पहुंचाई जानी चाहिए, वह पहुंचाई जा रही है. केंद्र और राज्य संपर्क में हैं. अभी प्राथमिक जरूरत है कि मलबे से बॉडी को निकाला जाए. जिनको बचाया जा सकता है, उनको बचाया जाए. मोदीजी की सरकार प्रो एक्टिव, प्रो रिस्पांसिबल है. सरकार की ओर से हाउस और देश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि वहां कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी. उसे पूरा किया जाएगा. जी किशन रेड्डी ने कहा कि सेना पहुंच गई है. अभी पिछले ही हफ्ते नेशनल लैंडस्लाइड इंस्टीट्यूट का गठन किया गया है.
सरकार इस पर डिटेल रिपोर्ट के साथ आने को तैयार- रिजिजू
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि अगर सदन सहमत हो और चेयर अनुमति दे तो सरकार इस हादसे को लेकर एक डिटेल रिपोर्ट के साथ आने को तैयार है. इस पर विपक्ष के किसी सदस्य ने कुछ कहा कि क्या आप बाहर जाने वाले हैं, मैं इसके लिए तैयार हूं. संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि दो सदस्यों ने फंड रिलीज करने की बात उठाई. पी चिदंबरम जी गृह मंत्री रहे हैं. सरकार वित्तीय वर्ष की शुरुआत में ही फंड रिलीज कर देती है. मंत्री जोसेफ कूरियन को सुबह-सुबह ही केरल भेज दिया गया है. एयर फोर्स, सेना, एनडीआरएफ को पहले ही मौके पर भेज दिया गया और वो वहां ग्राउंड पर काम कर रहे हैं. ये रेस्क्यू और रिलीफ का टाइम है. सरकार हर संभव कदम उठा रही है.