भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने पुरी बीच पर एक अद्भुत रेत कला प्रस्तुत कर देशवासियों को बधाई दी. 8 फीट ऊंची और लगभग 10 टन रेत से निर्मित कलाकृति 'ऑपरेशन सिंदूर' को समर्पित थी, जो महिला सम्मान, सुरक्षा और सशक्तिकरण के संदेश को मजबूती से सामने लाती है.
कलाकृति पर 'भारत माता की जय' का गूंजता संदेश उकेरा गया था, जो राष्ट्रीय गर्व और प्रगतिशील भारत की ताकत का प्रतीक है. पटनायक ने इसे न सिर्फ स्वतंत्रता दिवस के जश्न के रूप में, बल्कि सामाजिक जागरूकता और राष्ट्रीय एकता के संदेश के रूप में भी पेश किया.
सैंड आर्ट में लड़ाकू विमानों की प्रतिकृति
इस सैंड आर्ट में लड़ाकू विमानों की उड़ान को भी दिखाया गया, जो भारतीय सेना की ताकत, साहस और सतर्कता का प्रतीक है. यह दृश्य न केवल 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता का स्मरण कराता है, बल्कि यह भी बताता है कि कैसे कला के माध्यम से देश की बहादुरी और बलिदान को जन-जन तक पहुंचाया जा सकता है.
सुदर्शन पटनायक के इस प्रोजेक्ट में उनके सैंड आर्ट इंस्टीट्यूट के छात्र भी शामिल हुए. उन्होंने इस कला को एक सामूहिक प्रयास बनाते हुए स्वतंत्रता, जिम्मेदारी और सामाजिक चेतना की भावना को दर्शाया.
ऑपरेशन सिंदूर की दिखी झलक
पटनायक ने इसको लेकर कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर हमारे देश के लिए सफलता का प्रतीक है, कला एक शक्तिशाली माध्यम है, जो जागरूकता और एकता को प्रेरित कर सकता है.' 79वें स्वतंत्रता दिवस पर पेश यह कलाकृति केवल देशभक्ति का प्रदर्शन नहीं थी, बल्कि इसमें गहरी सामाजिक सोच और संदेश भी छिपा था. इसमें सभी नागरिकों के लिए समान अवसर, महिला सुरक्षा और राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारी का आह्वान था. पुरी बीच पर इस सैंड आर्ट को देखने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचे और सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें शेयर की.